पानीपत: जिले के सरकारी अस्पताल (panipat civil hospital) में ऑपरेशन करवाने के लिए 2 महीने से मरीज लागतार चक्कर काट रहे हैं. हर बार अगली डेट देकर मरीजों को घर वापस घर भेजा जा रहा है. ऑपरेशन करवाने आए मरीजों ने बताया कि 3 से 4 घंटे ऑपरेशन थिएटर में बिठाने के बाद उन्हें कुछ ना कुछ बहाना बनाकर वापस भेज देते हैं. पानीपत के रकसेड़ा गांव से आई महिला मेहताब ने बताया कि उसे हर्निया का ऑपरेशन करवाने के लिए 4 से पांच बार अलग अलग तारीख पर बुलाया गया और बिना ऑपरेशन करे ही वापस भेज दिया.
मेहताब ने बताया कि पहली बार जब वो ऑपरेशन करवाने के लिए गई तो उसे खून की कमी बताकर ऑपरेशन करने से मना कर दिया और 15 दिन बाद की तारीख दी गई. 15 दिन बाद वो फिर से ऑपरेशन करवाने के लिए अस्पताल में गई डॉक्टरों उसे ऑपरेशन के कपड़े पहनाकर ऑपरेशन थियेटर ले गए और 2 घंटे बाद पट्टी ना होने की बात कहकर घर वापस भेज दिया और फिर से अगली तारीख दे दी गई. वो फिर तारीख के अनुसार अस्पताल में ऑपरेशन के लिए पहुंची फिर उसे दीपावली की छुट्टियां कहकर घर भेज दिया गया और एक नई तारीख फिर से दे दी गई.
आज महिला को फिर से अस्पताल बुलाया गया और ऑपरेशन थिएटर में ऑपरेशन की ड्रेस पहना कर बिठा लिया गया तकरीबन 4 घंटे बिठाने के बाद सर्जन ने कहा कि एनएसथीसिया के इंजेक्शन खत्म हो गए हैं. वो अगले हफ्ते में आकर ऑपरेशन करवाएं. महिला मेहताब ने बताया कि उसकी तकलीफ दिन पर दिन बढ़ती जा रही है और डॉक्टर तारीख पे तारीख देते जा रहे हैं.
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जब इस बारे में पीएमओ संजीव ग्रोवर से बात की गई तो उनका कहना था कि एनेस्थीसिया के लिए जो इंजेक्शन सप्लाई में आए हुए हैं. उन इंजेक्शन के कारण मरीजों में कुछ रिएक्शन की प्रॉब्लम (anesthesia injection shortage in panipat) आ रही है. जिसके कारण सर्जन ने ऑपरेशन करने से मना किया है. अस्पताल प्रशासन ने दूसरी कंपनी के इंजेक्शन बाहर से मंगवाने के ऑर्डर दे दिए हैं और जैसे ही वो इंजेक्शन अस्पताल में पहुंचेंगे तो ऑपरेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.