पंचकूला: बच्चे के जन्म से लेकर उसके बड़े होने तक के सफर में माता-पिता ढाल बनकर हर चुनौतियों का सामना करते हैं. जब वही बच्चा बड़ा हो जाता है वो सहारा देने की जगह बूढ़े माता-पिता को बेसहारा कर देता है. आज ये जीवन का कड़वा सच बन चुका है. यही वजह कि देश में तेज रफ्तार से वृद्ध आश्रम बन रहे हैं. जहां बेबस बुजुर्गों को छत और दो वक्त की रोटी मिल रही है.
पंचकूला में भी लगातार दूसरे वृद्ध आश्रम की मांग बढ़ गई थी. जिसके बाद अब पंचकूला के सेक्टर 27 में एक वृद्ध आश्रम भवन खुलने जा रहा है, जो अगले 2 साल में बनकर तैयार हो जाएगा. इसे बनाने का काम भी शुरू हो चुका है. बता दें कि मौजूदा समय में पंचकूला में सिर्फ एक ही सरकारी वृद्धाश्रम है, जिसे रेड क्रॉस की ओर से संचालित किया जा रहा है. इस वृद्धाश्रम में करीब 36 बुजुर्ग रहते हैं.
पंचकूला के सेक्टर 27 में बन रहे इस वृद्ध आश्रम का जिम्मा नगर निगम पंचकूला के पास है. नगर निगम की ओर से बनाए जा रहे इस वृद्ध आश्रम की कई खासियत है-
- लगभग 0.888 एकड़ भूखंड में बनकर तैयार होगा वृद्धाश्रम
- वृद्धाश्रम 11 करोड़ 66 लाख रुपये की लागत से बनकर तैयार होगा
- 7 मंजिला इस वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को बेहतरीन सुविधा दी जाएगी
- बेसमेंट में गाड़ियों की पार्किंग की सुविधा होगी
- ग्राउंड फ्लोर पर डॉक्टर्स के कमरे, डायनिंग एरिया, रसोईघर और प्रतीक्षा कक्ष बनेगा
- पहली मंजिल में कमरे और जिम की सुविधा होगी
- वृद्धाश्रम में 80 कमरे होंगे, जिसमें 160 बुजुर्गों के रहने की व्यवस्था होगी
- इसके अलावा 10 कमरे बनाए जाएंगे, जिसमें दंपति भी रह सकेंगी
सेक्टर 15 के वृद्ध आश्रम में रह रही एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि पंचकूला में एक और वृद्ध आश्रम जरूर खुलना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस वृद्ध आश्रम में वो रह रही हैं वो अच्छा है, लेकिन वो चाहती हैं कि इससे भी अच्छा वृद्ध आश्रम पंचकूला में खुले ताकि जो मां-बाप घर में नहीं रह सकते या जिनके बच्चे उन्हें घर में रखना पसंद नहीं करते वो नए वृद्ध आश्रम में रह सके.
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वहीं सुरेंदर नाम की दूसरी बुजुर्ग महिला ने कहा कि पंचकूला में एक और वृद्ध आश्रम खुलना अच्छी बात है, क्योंकि आजकल बच्चे अपने बूढ़े मां-बाप को अपने साथ नहीं रखते हैं. ऐसे में बेसाहारा मां-बाप वृद्ध आश्रम में रह सकते हैं.