पंचकूला: एक तरफ कोविड-19 और लॉकडाउन ने जनजीवन को प्रभावित किया हैं तो दूसरी तरफ इसके कुछ सकारात्मक नतीजे भी देखने को मिले हैं. कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते पंचकूला के क्राइम रेट में सुधार हुआ है. लॉकडाउन की वजह से सड़क दुर्घटनाएं कम हुई हैं और प्रदूषण में भी भारी गिरावट देखने को मिली हैं.
लॉकडॉउन का असर पचंकूला में डेथ रेट पर भी पड़ा है. साल 2019 के जनवरी से लेकर अप्रैल तक पंचकूला में रजिस्टर्ड डेथ 1533 रही. इस साल 2020 की अगर बात की जाए तो जनवरी से लेकर अप्रैल तक अभी तक 1514 लोगों की सजिस्टर्ड डेथ हुई है.
अच्छी बात ये है कि पंचकूला में अभी तक कोरोना वायरस से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है. सीएमओ डॉक्टर जसजीत कौर ने बताया कि अगर कोरोना वायरस बढ़ता है, तो पंचकूला में इस साल डेथ रेट बढ़ने की संभावना अधिक रहेगी.
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स्वास्थ्य विभाग ने उम्मीद जताई है कि अगर लोग एहतियात बरतेंगे तो डेथ रेट में सुधार हो सकता है. भारत की बात की जाए तो यहां का डेथ रेट बाकी देशों के मुकाबले कम है. पंचकूला स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक वो कोशिश कर रहे हैं कि जिले में डेथ रेट को सुधारा जाए.