पंचकूला: हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन भर्ती में फर्जीवाड़ा (hpsc recruitment scam case) मामला अब सियासी तूल पकड़ चुका है. विरोधी पार्टियां लगातार सरकार पर हमलावर हैं. पंचकूला के सेक्टर 5 में आज इनेलो यूथ इकाई के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर डेंटल सर्जन भर्ती फर्जीवाड़ा मामले के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया. प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पार्टी के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए भारी बेरीकेडिंग की लेकिन कार्यकर्ता उसे पार एचपीएससी ऑफिस पहुंच गए.
प्रदर्शनकारी हरियाणा इनेलो यूथ इकाई (INLD youth wing) के कार्यकर्ता जबरन एचपीएससी ऑफिस पहुंचना चाह रहे थे. मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल उन्हें रोकने की कोशिश कर रहा था. इस बीच इनेलो कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हो गई. पुलिस कई नेताओं को हिरासत में लिया है. इनेलो यूथ इकाई के राष्ट्रीय प्रभारी करण सिंह चौटाला ने हरियाणा सरकार के दौरान एचपीएससी भर्ती फर्जीवाड़े मामले पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में 7 सालों में बहुत सी नौकरियों के पेपर लीक हुए हैं. हरियाणा में नौकरियों के पेपर खुलेआम बेचे जा रहे हैं.
करण चौटाला ने कहा कि पैसे पकड़े गए लेकिन वह हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन के कार्यालय में नहीं उसके घर से पकड़े गए. उन्होंने कहा कि इस मामले में कहीं ना कहीं गड़बड़ी है और सरकार इस मामले को दबाना और छुपाना चाहती है. करण चौटाला ने आरोप लगाया कि अगर किसी अधिकारी को सस्पेंड किया जाता है तो उसको जवाब देने का मौका मिलता है लेकिन सरकार ने बर्खास्त किया और गिरफ्तार कर लिया ताकि ना वह बयान दे सके और ना ही कोर्ट में जा सके.
करण चौटाला ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने प्रदेश में खर्ची और पर्ची को बढ़ोतरी देने का काम किया है. नौकरियां करोड़ों में बेची जा रही हैं. ऊपर से लेकर नीचे तक सब शामिल है. करण चौटाला ने भर्ती घोटाले की जांच किसी रिटायर्ड जज से कराने की मांग की. चौटाला ने एचपीएससी (HPSC) और एचएसएससी (HSSC) की नौकरियों को खारिज करने की मांग की.
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एचपीएससी भर्ती मामला क्या है
बता दें कि हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (Haryana Staff Selection Commission) ने हरियाणा में 7 अगस्त को सिपाही पद के लिए परीक्षा का आयोजन किया. मॉर्निंग की परीक्षा शांतिपूर्ण रही, लेकिन इवनिंग की परीक्षा पेपर लीक होने की वजह से रद्द कर दी गई. मामला सामने आने के बाद हरियाणा सरकार की काफी किरकिरी भी हुई है. इस मामले में जम्मू का कनेकशन भी सामने आया है.
इस पेपर लीक की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी. इसके बाद एसटीएफ ने इस पूरे मामले में गहनता से जांच करते हुए करीब 20 लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचाया. सलाखों के पीछे पहुंचाये गए ये लोग फर्जी तरीके से युवाओं को पेपर में पास करवाते थे.
एसपीएससी डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर गिरफ्तार
इस मामले में हरियाणा विजिलेंस विभाग (Haryana Vigilance department) की टीम ने हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर को भी गिरफ्तार (Haryana Public Service Commission deputy secretary arrested) किया है. हरियाणा विजिलेंस हरियाणा लोक सेवा आयोग (एचपीएससी) के उप सचिव अनिल नागर और उनके सहयोगियों से अब तक 2.10 करोड़ रुपये बरामद कर चुकी है. आरोप है कि परीक्षा में अंक बढ़ाने के नाम पर यह रकम ली गई थी. विजिलेंस ने आयोग के कार्यालय में छापा मारकर अनिल नागर को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि डेंटल सर्जन की लिखित परीक्षा में नंबर बढ़ाने के लिए लाखों रुपये रिश्वत अनिल नागर ने ली थी.
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विजिलेंस ब्यूरो ने HPSC की ओर से ली जाने वाली डेंटल सर्जन भर्ती की परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट खाली छोड़ने वालों का चयन करने का खुलासा किया था. 17 नवंबर को भिवानी निवासी नवीन पंचकूला में 20 लाख रुपये लेते पकड़ा गया था. वहीं से इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.
इसके बाद विजिलेंस ब्यूरो ने HPSC के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर (HPSC Deputy Secretary Anil Nagar) के असिस्टेंट अश्विनी के झज्जर स्थित घर में रेड मारकर एक करोड़ आठ लाख रुपये बरामद किए. तब अश्विनी ने ही खुलासा किया कि इसमें से 90 लाख रुपये अनिल नागर के हैं. इसके बाद विजिलेंस के कहने पर अश्विनी HPSC हैडक्वार्टर में बैठने वाले वर्ष 2016 बैच के एचसीएस अधिकारी अनिल नागर को उनके दफ्तर में 90 लाख रुपए देने पहुंचा. जैसे ही अनिल नागर ने कैश लिया, विजिलेंस ने उसे पकड़ लिया.
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