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अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय की मदद से हरियाणा पुलिस तोड़ रही नशा तस्करों के नेटवर्क

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Published : Jan 19, 2021, 7:46 PM IST

हरियाणा पुलिस ने साल 2020 में 765 किलोग्राम मादक पदार्थ और प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में आने वाली 36,761 नशीली गोलियां/कैप्सूल जब्त करने में कामयाब हासिल की है. जनवरी से दिसंबर के बीच एनडीपीएस अधिनियम के तहत 35 मामले दर्ज किए गए.

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पंचकूला: हरियाणा पुलिस ने साल 2020 में अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय के माध्यम से भारी मात्रा में मादक पदार्थों को बरामद करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने साल 2020 में गुप्त सूचनाओं के आधार पर 765 किलोग्राम मादक पदार्थ और प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में आने वाली 36,761 नशीली गोलियां/कैप्सूल जब्त करने में कामयाब हासिल की है.

डीजीपी हरियाणा मनोज यादव ने बताया कि 286 लोगों ने बिना किसी भय के निडर होकर अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय के टोल-फ्री नंबर, मोबाइल नंबर और व्हाट्सएप अकाउंट के माध्यम से अवैध मादक पदार्थों के तस्करी से संबंधित जानकारी पुलिस के साथ साझा की. ऐसी सभी महत्वपूर्ण सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा बीते वर्ष जनवरी से दिसंबर के बीच एनडीपीएस अधिनियम के तहत 35 मामले दर्ज कर प्रदेश में सप्लाई की जाने वाली मादक पदार्थों की एक बड़ी खेप की जब्त किया गया.

कितना नशा हुआ बरामद?

  • 764 किलोग्राम गांजा
  • 208 ग्राम हेरोइन
  • 53 ग्राम स्मैक
  • 870 ग्राम चरस
  • 131 ग्राम अफीम
  • 36761 प्रतिबंधित गोलियां और कैप्सूल

डीजीपी मनोज यादव ने कहा कि फरवरी 2020 में सिरसा जिले में नशीली दवाओं की तस्करी के बारे में एक गुप्त इनपुट मिलने के बाद पुलिस टीमों ने बिना देरी के तुरंत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से 27,600 नशीले कैप्सूल और 8000 प्रतिबंधित गोलियां बरामद की.

इसी प्रकार, रोहतक में भी मिली गुप्त सूचना पर आगे बढ़ते हुए पुलिस ने अप्रैल में 41 किलो गांजा बरामद किया, जबकि जुलाई 2020 में जिला पलवल में 619 किलोग्राम 450 ग्राम गांजे की बडी खेप जब्त की गई. अप्रैल में दी गई एक और विश्वसनीय सूचना के आधार पर जींद जिले में 60 किलो से अधिक गांजा बरामद किया गया.

ये भी पढे़ं- हरियाणा पुलिस ने साल 2020 में 293 मोस्टवांटेड अपराधियों का किया काबू

बता दें, देश के उत्तरी क्षेत्र, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली सहित केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में नशे के बढ़ते खतरे से संयुक्त रूप से निपटने के प्रयास के तहत पंचकूला में एक केंद्रीकृत ड्रग सचिवालय की स्थापना की गई थी.

डीजीपी मनोज यादव ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जिसके पास ड्रग सप्लाई नेटवर्क या अन्य कोई जानकारी है, वो टोल-फ्री नंबर 1800-180-1314, मोबाइल नंबर 70870-89947 और लैंडलाइन नंबर 01733-253023 पर पुलिस के साथ साझा कर सकता है. सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाती है.

पंचकूला: हरियाणा पुलिस ने साल 2020 में अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय के माध्यम से भारी मात्रा में मादक पदार्थों को बरामद करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने साल 2020 में गुप्त सूचनाओं के आधार पर 765 किलोग्राम मादक पदार्थ और प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में आने वाली 36,761 नशीली गोलियां/कैप्सूल जब्त करने में कामयाब हासिल की है.

डीजीपी हरियाणा मनोज यादव ने बताया कि 286 लोगों ने बिना किसी भय के निडर होकर अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय के टोल-फ्री नंबर, मोबाइल नंबर और व्हाट्सएप अकाउंट के माध्यम से अवैध मादक पदार्थों के तस्करी से संबंधित जानकारी पुलिस के साथ साझा की. ऐसी सभी महत्वपूर्ण सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा बीते वर्ष जनवरी से दिसंबर के बीच एनडीपीएस अधिनियम के तहत 35 मामले दर्ज कर प्रदेश में सप्लाई की जाने वाली मादक पदार्थों की एक बड़ी खेप की जब्त किया गया.

कितना नशा हुआ बरामद?

  • 764 किलोग्राम गांजा
  • 208 ग्राम हेरोइन
  • 53 ग्राम स्मैक
  • 870 ग्राम चरस
  • 131 ग्राम अफीम
  • 36761 प्रतिबंधित गोलियां और कैप्सूल

डीजीपी मनोज यादव ने कहा कि फरवरी 2020 में सिरसा जिले में नशीली दवाओं की तस्करी के बारे में एक गुप्त इनपुट मिलने के बाद पुलिस टीमों ने बिना देरी के तुरंत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से 27,600 नशीले कैप्सूल और 8000 प्रतिबंधित गोलियां बरामद की.

इसी प्रकार, रोहतक में भी मिली गुप्त सूचना पर आगे बढ़ते हुए पुलिस ने अप्रैल में 41 किलो गांजा बरामद किया, जबकि जुलाई 2020 में जिला पलवल में 619 किलोग्राम 450 ग्राम गांजे की बडी खेप जब्त की गई. अप्रैल में दी गई एक और विश्वसनीय सूचना के आधार पर जींद जिले में 60 किलो से अधिक गांजा बरामद किया गया.

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बता दें, देश के उत्तरी क्षेत्र, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली सहित केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में नशे के बढ़ते खतरे से संयुक्त रूप से निपटने के प्रयास के तहत पंचकूला में एक केंद्रीकृत ड्रग सचिवालय की स्थापना की गई थी.

डीजीपी मनोज यादव ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जिसके पास ड्रग सप्लाई नेटवर्क या अन्य कोई जानकारी है, वो टोल-फ्री नंबर 1800-180-1314, मोबाइल नंबर 70870-89947 और लैंडलाइन नंबर 01733-253023 पर पुलिस के साथ साझा कर सकता है. सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाती है.

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