पंचकूला: 27 मार्च को लगे लॉकडाउन के बाद से सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं. शैक्षणिक कैलेंडर भी बदल चुका है और छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया है. लेकिन घर बैठे छात्रों के सामने सबसे बड़ी परेशानी ये थी कि बिना किताबों के पढ़ाई कैसे होगी ? इसके लिए एक तरफ ऑनलाइन एजुकेशन शुरू की गई, तो वहीं अब शिक्षा विभाग ने हरियाणा के सभी सरकारी स्कूलों तक किताबों की डिलीवरी करवा दी है.
शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक शैक्षणिक प्रकोष्ठ नंद किशोर वर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से शिक्षा जगत सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. उन्होंने बताया कि अगस्त 2020 तक सभी पाठ्य पुस्तकों का वितरण विभाग ने सभी विद्यालयों में कर दिया है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसी भी विद्यालय में ऐसा नहीं है कि जहां कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 वीं तक के बच्चों को पुस्तक उनके घर तक ना पहुंचाई गई हो.
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उन्होंने बताया कि बच्चों को पुस्तकें वितरण करने के समय एमएचए की गाइडलाइंस को ध्यान में रखा गया. जिसके तहत पाठ्य पुस्तकें पहले विद्यालय स्तर पर पहुंची और फिर विद्यालय स्तर पर कक्षा के हिसाब से पैकेट्स बनाए गए. बुक्स के सेट्स को सैनिटाइज करवाया गया और फिर बच्चों तक बुक्स पहुंचाई गई.
शिक्षा विभाग का दावा है कि पूरे हरियाणा में करीब 14 लाख किताबों का वितरण किया गया है. इसी के साथ 90 फीसदी किताबें छात्रों तक पहुंच चुकी हैं. छात्रों को ये भी कहा गया है कि किताबों की अदला-बदली ना करें, क्योंकि इससे कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ सकता है.