पंचकूला: राम रहीम की पैरोल को लेकर चर्चा गरम है. हर तरफ संशय है कि क्या राम रहीम जेल से बाहर आ जाएगा? सवाल ये भी है कि राम रहीम के जेल से बाहर आ जाने के बाद क्या होगा. क्योंकि हरियाणा सरकार के मंत्री ये साफ कर चुके हैं कि अगर कानून के हिसाब से राम रहीम को पैरोल देने की संभावना है तो हरियाणा सरकार को उसके जेल से बाहर आने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हरियाणा अभी 25 अगस्त 2017 को नहीं भूल पाया है. खासकर वो लोग जो खुद को राम रहीम से पीड़ित मानते हैं.
'मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा'
अंशुल छत्रपति ने कहा कि अगर गुरमीत राम रहीम जेल से बाहर आता है तो उन्हें और उनके परिवार को खतरा है. उन्होंने सवाल उठाया है कि अगर गुरमीत राम रहीम सिंह को पैरोल दी गई तो वो इसका विरोध करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर गुरमीत राम रहीम जेल से बाहर आता है तो मुझे मेरे पूरे परिवार और जो लोग पीड़ित हैं उन सबको खतरा है.
'राम रहीम ना किसान है ना काश्तकार'
हाल ही में राम रहीम को रामचंद्र छत्रपति हत्या केस में उम्र कैद हुई है. रामचंद्र छत्रपति के बेटे ने भी राम रहीम के जेल से बाहर आने पर आपत्ति जताई है. अंशुल छत्रपति ने कहा कि पैरोल के लिए कृषि का जो गुरमीत राम रहीम ने आधार बनाया है वो गलत है. अंशुल का कहना है कि एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि गुरमीत राम रहीम के नाम कोई जमीन नहीं है.
'राम रहीम ने सिर्फ कानून का मजाक उड़ाया'
अंशुल छत्रपति का कहना है कि राम रहीम ने हमेशा कानून का मजाक उड़ाया है. उन्होंने सरकार से गुजारिश किया कि वो इस मामले में कोई नरमी न बरती जाये. उन्होंने सवाल किया कि इससे पहले भी कई कैदियों की पैरोल को ये कहकर रद्द किया जा चुका है कि उनके आने से माहौल खराब हो जायेगा तो राम रहीम ने हमेशा कानून का मजाक उड़ाया है.