पंचकूला: महिलाओं, युवतियों से छेड़छाड़ करने वालों की अब खैर नहीं. मनचलों के खिलाफ अभियान के तहत महिला पुलिसकर्मियों को सादे कपड़ों में छेड़छाड़ वाले हॉटस्पॉट क्षेत्रों में तैनात किया गया है. हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर के निर्देशों के अनुसार प्रदेश भर में महिला अपराध के खिलाफ यह अभियान शुरू किया गया है. इसके तहत हर जिला में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ वाले क्षेत्रों को सूचीबद्ध करते हुए वहां पुलिस टीमें तैनात की गई है.
मनचलों की खैर नहीं: मनचलों के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान चलाया गया है. जिन इलाकों में छेड़छाड़ की ज्यादा घटना होती है वहां सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है. हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रदेश भर में महिला अपराध के खिलाफ यह अभियान शुरू किया गया है. महिला पुलिस की विभिन्न टीमें भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों, स्कूल-कॉलेजों, विभिन्न शिक्षण संस्थाओं, बस स्टैंड, कॉरपोरेट सेक्टर के बाहर और बाजारों आदि में तैनात हैं. यह टीमें महिलाओं-लड़कियों पर फब्तियां कसने, छेड़छाड़ और बदतमीजी जैसी हरकतें करने वाले मनचलों पर कार्रवाई करने में जुटी हैं. साथ ही युवकों से पूछताछ कर उन्हें चेतावनी दी जा रही है और उनके परिजनों से संपर्क कर उनके बच्चों के बारे में सूचना दी जा रही है, ताकि वे भविष्य में ऐसा दोबारा नहीं करें.
पुलिसकर्मियों को किया गया प्रशिक्षित: डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि प्रदेश में महिला सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. महिलाओं में सुरक्षा की भावना को बल देने के लिए गुरुग्राम जिला में स्वयंसेवी संस्था के विशेषज्ञों द्वारा प्रदेश भर में तैनात महिला पुलिसकर्मियों की टीमों को प्रशिक्षित किया गया है. इस दौरान टीमों को विशेष रूप से महिला विरुद्ध अपराध रोकने और महिलाओं से संपर्क कर उनसे फीडबैक लेने संबंधी कौशल विकसित करन के उद्देश्य से प्रशिक्षित किया गया है.
ट्रिप मॉनिटरिंग सिस्टम की शुरूआत: प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर ट्रिप मॉनिटरिंग सिस्टम की भी शुरुआत की गई है. इसके तहत अकेले में सफर करने वाली महिलाएं खुद को पंजीकृत करवाकर हरियाणा पुलिस द्वारा शुरू की गई इस सेवा का लाभ उठा सकती हैं. खुद को पंजीकृत करने के बाद महिलाएं अपने सफर को सुरक्षित बना सकती हैं. सफर के दौरान हरियाणा पुलिस की टीम द्वारा महिला को उस समय तक ट्रैक किया जाता है, जब तक वह अपने गंतव्य स्थल तक सुरक्षित नहीं पहुंचती. डीजीपी ने महिलाओं से अपील करते कहा कि वह अधिक से अधिक संख्या में स्वयं का पंजीकरण करवा इस सेवा का लाभ उठाएं.