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पलवल चीनी मिल में गन्ने की पिराई का काम शुरू - बनवारी लाल चीनी मिल पिराई शुरू

पलवल चीनी मिल में गन्ने की पिराई का काम शुरू हो गया है. इस पिराई सत्र की शुरुआत डॉ. बनवारी लाल ने की है. उन्होंने कहा कि इस बार 32 लाख क्विंटल गन्ना मिलने की संभावना है.

Sugarcane crushing work started in Palwal sugar mill
Sugarcane crushing work started in Palwal sugar mill
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Published : Nov 2, 2020, 4:27 PM IST

पलवल: सहकारिता मंत्री डॉ.बनवारी लाल ने पलवल सहकारी चीनी मिल के पिराई सत्र का शुभारंभ किया. इस वर्ष मिल क्षेत्र में 16 हजार 300 एकड़ में गन्ना की फसल है. गन्ना उत्पादक किसानों द्वारा 36 लाख क्विंटल गन्ने की बोडिंग करवाई गई है और इस बार मिल को 32 लाख क्विंटल गन्ना मिलने की संभावना है.

सहकारिता मंत्री डा.बनवारी लाल ने गन्ना उत्पादक किसानों से अपील करते हुए कहा कि मिल में साफ सुथरा गन्ना की सप्लाई करें ताकि जल्दी रिकवरी ठीक हो सके. इस अवसर पर पलवल विधायक दीपक मंगला, हथीन विधायक प्रवीण डागर भी मौजूद थे. डॉ.बनवारी लाल ने कहा कि प्रदेश में पलवल सहकारी चीनी मिल का पिराई सत्र शुरू कर दिया गया है. अगले एक सप्ताह के अंतराल में प्रदेश की अन्य शुगर मिल को भी चालू कर दिया जाएगा.

पलवल चीनी मिल में गन्ने की पिराई का काम शुरू, देखें वीडियो

उन्होंने कहा कि पिराई सत्र के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आएगी. इसके लिए मिल प्रबंधन द्वारा व्यापक इंतजाम कर लिए गए हैं. बनवारी लाल ने कहा कि मिल में गन्ना लाने के लिए किसानों के लिए टोकन सुविधा शुरू की गई है. टोकन प्रणाली में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी. जो किसान मिल में आकर कम्प्यूटर के सामने अपना पंजीकरण करवाएगा उसी किसान को टोकन दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि पिछले साल पलवल शुगर मिल की पिराई क्षमता 1600 टीसीडी थी जिसे बढ़ाकर 2 हजार से 2100 टीसीडी कर दिया गया है. मिल की पिराई क्षमता बढाने से किसानों के अधिक से अधिक गन्ने की पिराई की जाएगी. पिछले साल 23 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई थी, वहीं अबकी बार 32 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई का लक्ष्य रखा गया है.

उन्होंने कहा कि पिछली बार रिकवरी 9.95 थी, अबकी बार साढे दस रिकवरी प्राप्त करने का टारगेट रखा गया है. सहकारिता मंत्री डा.बनवारी लाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में गन्ने का मूल्य देश भर में सर्वाधिक है. उसके बावजूद भी बोर्ड की मीटिंग में गन्ने की फसल का रेट बढाने पर विचार किया जाएगा जिसका लाभ गन्ना उत्पादक किसानों को होगा.

ये भी पढ़ें- चरखी दादरी: दिवाली में भीड़ रोकने के लिए प्रशासन ने जारी की कोरोना गाइडलाइंस

उन्होंने कहा कि किसानों की फसल की पेमेंट समय पर की जाएगी ताकि किसानों को कोई परेशानी ना आए. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान गन्ने की उत्तम किस्मों का उत्पादन करें और आर्थिक रूप से मजबूत बनें.

पलवल: सहकारिता मंत्री डॉ.बनवारी लाल ने पलवल सहकारी चीनी मिल के पिराई सत्र का शुभारंभ किया. इस वर्ष मिल क्षेत्र में 16 हजार 300 एकड़ में गन्ना की फसल है. गन्ना उत्पादक किसानों द्वारा 36 लाख क्विंटल गन्ने की बोडिंग करवाई गई है और इस बार मिल को 32 लाख क्विंटल गन्ना मिलने की संभावना है.

सहकारिता मंत्री डा.बनवारी लाल ने गन्ना उत्पादक किसानों से अपील करते हुए कहा कि मिल में साफ सुथरा गन्ना की सप्लाई करें ताकि जल्दी रिकवरी ठीक हो सके. इस अवसर पर पलवल विधायक दीपक मंगला, हथीन विधायक प्रवीण डागर भी मौजूद थे. डॉ.बनवारी लाल ने कहा कि प्रदेश में पलवल सहकारी चीनी मिल का पिराई सत्र शुरू कर दिया गया है. अगले एक सप्ताह के अंतराल में प्रदेश की अन्य शुगर मिल को भी चालू कर दिया जाएगा.

पलवल चीनी मिल में गन्ने की पिराई का काम शुरू, देखें वीडियो

उन्होंने कहा कि पिराई सत्र के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आएगी. इसके लिए मिल प्रबंधन द्वारा व्यापक इंतजाम कर लिए गए हैं. बनवारी लाल ने कहा कि मिल में गन्ना लाने के लिए किसानों के लिए टोकन सुविधा शुरू की गई है. टोकन प्रणाली में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी. जो किसान मिल में आकर कम्प्यूटर के सामने अपना पंजीकरण करवाएगा उसी किसान को टोकन दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि पिछले साल पलवल शुगर मिल की पिराई क्षमता 1600 टीसीडी थी जिसे बढ़ाकर 2 हजार से 2100 टीसीडी कर दिया गया है. मिल की पिराई क्षमता बढाने से किसानों के अधिक से अधिक गन्ने की पिराई की जाएगी. पिछले साल 23 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई थी, वहीं अबकी बार 32 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई का लक्ष्य रखा गया है.

उन्होंने कहा कि पिछली बार रिकवरी 9.95 थी, अबकी बार साढे दस रिकवरी प्राप्त करने का टारगेट रखा गया है. सहकारिता मंत्री डा.बनवारी लाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में गन्ने का मूल्य देश भर में सर्वाधिक है. उसके बावजूद भी बोर्ड की मीटिंग में गन्ने की फसल का रेट बढाने पर विचार किया जाएगा जिसका लाभ गन्ना उत्पादक किसानों को होगा.

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उन्होंने कहा कि किसानों की फसल की पेमेंट समय पर की जाएगी ताकि किसानों को कोई परेशानी ना आए. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान गन्ने की उत्तम किस्मों का उत्पादन करें और आर्थिक रूप से मजबूत बनें.

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