पलवलः कोरोना वायरस की मार और लॉकडाउन के बीच पलवल के जरुरतमंदों को बांटे जाने वाला राशन लापरवाही की भेंट चढ़ गया. जहां सही देखरेख ना होने के चलते भवन में रखा सारा राशन खराब हो गया. प्रशासन द्वारा पीछने महीने भवन में रखवाया गया राशन जब लोगों तक पहुंचा तो इसकी हालत देख लोगों का यही सवाल था कि ऐसे राशन का हम क्या करें.
लॉकडाउन के बीच जरूरतमंद लोगों को राशन की कमी न हो इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा करीब एक महीने पहले पलवल के बाल भवन में राशन का प्रबंध किया गया था. लेकिन लापरवाही के चलते भवन में रखा आटा, दाल सहित अन्य राशन सामग्री पूरी तरह से खराब हो गई.
राशन की अदलाबदली
करीब एक महीने से रखी राशन सामग्री को रामनगर में जरुरत मंद परिवारों को बांटा गया तो देखा कि आटा खाने के काबिल ही नहीं रहा. राशन सामग्री लेने वाले लोगों ने ये जानकारी मीडिया को दी, जिसके बाद आनन-फानन में राशन में दिया गया आटा बदल कर उन्हें दूसरा आटा दिया गया. बाल भवन में जब पत्रकार पहुंचे तो वहां राशन सामग्री के सामान की अदलाबदली की जा रही थी..
ये भी पढ़ेंः लॉकडाउन के बीच बारिश की मार! फरीदाबाद अनाज मंडी में गेहूं की आवक हुई कम
अधिकारियों का 'गोलमाल' जवाब
मौके पर मौजूद नगर परिषद के ईओ हरदीप सिंह ने सामग्री के बदले जाने का गोलमोल जवाब देते हुए बताया कि कई दिनों से राशन रखा होने के कारण सामान की पैकिंग में आई कमी के चलते सामान बदला जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को राशन में शिकायत है तो वो बदल दिया जाएगा.
बेरंग और बदबूदार आटा
बता दें कि ये राशन रामनगर में रहने वाले परिवारों तक पहुंचाया गया था. महिलाओं ने बताया कि आटा बेरंग और बदबूदार था जो खाने के लायक नहीं था. हालांकि आटे को बदल जरूर दिया गया लेकिन अधिकारियों कि लापरवाही से खराब हुए इस राशन की जिम्मेदारी कौन लेगा क्योंकि बालभवन में रखे आटे के सैंकड़ो पैकेट पूरी तरह से खराब हो चुके हैं और अब ना तो इन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है और ना ही बदला जा सकता है.