पलवल: सिविल सर्जन डॉ. ब्रहमदीप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविड 19 के समय में हेल्थ वर्करों की सुरक्षा बेहत जरूरी है. अगर किसी एक वर्कर को भी कोरोना संक्रमण हो गया तो उससे संक्रमण के आगे बढ़ने का खतरा बना रहता है. हेल्थ वर्करों की टीम लगातार कंटेनमेंट जोन के भीतर कार्य कर रही है और आशा वर्कर्स के साथ ही एएनएम वर्कर्स कंटेनमेंट और बफर जोन में फ्रंट लाईन पर काम कर रही हैं. इस संर्दभ में आशा और एएनएम वर्करों के लिए एक प्रोजेक्ट शुरू किया गया है.
सिविल सर्जन ने बताया कि सभी वारियर्स को सेनेटाइज करने का मैटेरियल दिया जाएगा. इसी क्रम में तॉयल फाउंडेशन हिसार और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हिसार के संयुक्त तत्वाधान में रक्षक की रक्षा प्रोजेक्ट के अंर्तगत आशा और एएनएम वर्करों को सेफ्टी किट प्रदान की गई है, जिसमें एक फेस शील्ड, थ्री लेयर मास्क, शैम्पू, सेनेटाइजर, गलव्स शामिल है.
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सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में भी सामाजिक संगठन मिलकर स्वास्थ्य कर्मीयों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं कोरोना की इस लड़ाई में समाज के लोगों का सहयोग जरूरी है. उनके सहयोग से ही कोरोना की लड़ाई को जीत पाना संभव है. उन्होंने कहा कि पलवल जिले में कोरोना की लड़ाई में सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अहम भूमिका निभाई है. पलवल जिले में कोरोना का ग्राफ नीचे आ गया है और स्वास्थ्य कर्मियों में संक्रमण जीरो रेखा पर है. हमें सजगता और सावधानी से इस ग्राफ को बनाए रखना है और जिले को कोरोना मुक्त बनाना है.