पलवल: जारी गांव की रहने वाली पारुल भारद्वाज ने इंस्टीट्यूट चारर्टड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) द्वारा घोषित सीए की अंतिम वर्ष की परीक्षा को पास कर अपने जिले का नाम रोशन किया है. पारुल की इस उपलब्धि पर घर वालों ने मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की. बंचारी गांव (Palwal Banchari Village) के एक साधारण परिवार से संबंध रखने वाली पारुल भारद्वाज ने अपनी मेहनत के बल पर अपने दादा के सपने को पूरा करते हुए सीए की परीक्षा को पास किया है.
22 वर्षीय पारुल भारद्वाज ने पहले ही प्रयास में इस परीक्षा को पास कर लिया (ca final exam in palwal) है. पारुल भारद्वाज ने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने परिवार को दिया है. पारुल बताती हैं कि उनके स्वर्गीय दादा राम किशन का सपना था कि वह सीए बने. पारुल ने बताया कि उन्होंने अपने दादा का सपना पूरा कर लिया है. पारुल भारद्वाज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा केसीएम पब्लिक स्कूल से की है, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली से सीए की कोचिंग की.
पारुल भारद्वाज की इस उपलब्धि पर परिवार के लोगों ने मिठाई खिलाकर उनका स्वागत किया. बंचारी गांव से पारुल भारद्वाज पहली वह लड़की हैं जिन्होंने सीए की परीक्षा को पास किया है. पारुल भारद्वाज ने बताया कि इस कामयाबी तक पहुंचने में उनके परिवार के लोगों ने बेहद साथ दिया है. घर की आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी ना होने के बाद भी उनके माता-पिता ने हर कदम पर उनका साथ दिया है जिसके बल पर वह यह मुकाम हासिल कर पायी हैं.