पलवल: जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर गांव बहरोला स्थित ऐबल धर्माथ अस्पताल में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान टीम को महिला ओपीडी से गर्भपात वाली चार किट बरामद हुई जो कि अपराध की श्रेणी में आती है. साथ ही किट के लिए गर्भवती महिला ग्राहक द्वारा दिए गए हस्ताक्षर रहित 500 रुपये भी मौके पर बरामद किए गए.
फर्जी महिला डॉक्टर को ऐसे किया बेनकाब
पलवल जिला सिविल सर्जन डॉक्टर ब्रह्मदीप ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से शिकायत मिल रही थी कि ऐबल धर्माथ अस्पताल में गैर कानूनी तीरके से फर्जी महिला चिकित्सक गर्भपात कराने का काम करती है. उसके पास डॉक्टर की भी कोई डिग्री और ज्वॉइनिंग प्रमाण पत्र नहीं है.
शिकायत के आधार पर उप सिविल सर्जन डॉक्टर संजय शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित की गई, जिसमें महिला चिकित्सक सीमा, ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर कृष्ण कुमार गर्ग को शामिल किया गया. टीम ने सिविल अस्पताल में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी गुड़िया और सबरजीत के साथ एक गर्भवती महिला रचना को फर्जी ग्राहक बनाकर अस्पताल में भेजा गया.
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महिला ग्राहक ने ऐबल धर्माथ अस्पताल में फर्जी महिला चिकित्सक वीरपाल कौर उर्फ पिंकी गुप्ता से संपर्क अपनी मजबूरी जाहिर करते हुए कहा कि उस पर पहले ही पांच लड़कियां है और वो अब बच्चा पैदा नहीं करना चाहती. महिला चिकित्सक पिंकी गुप्ता ने 30 रुपये का ओपीडी कार्ड बनवाया और ब्लड चेक कराने की बात कही.
महिला चिकित्सक ने गर्भपात किट की एवज में 500 रुपये काउंटर पर जमा कराने की बात कही. इशारा मिलते ही टीम ने मौके पर दबिश दी और तलाशी ली गई तो महिला वार्ड से एक व मेज की दराज से तीन गर्भपात करने वाली किट बरामद हुई. साथ ही किट की एवज में दिए गए हस्ताक्षर रहित 500 रुपये भी बरामद किए गए.
टीम ने महिला चिकित्सक पिंकी गुप्ता से जब डॉक्टरी की डिग्री के कागजात की मांग की तो वो मौके पर किसी प्रकार के कोई कागजात नहीं दिखा पाई. बल्कि केवल बीए पास की मार्कशीट ही उपलब्ध करवा पाई. जिस संबंध में आरोपी महिला पिंकी गुप्ता, अस्पताल के चेयरमैन पीके खुल्लर, वायस चेयरमैन रानीलाल व कर्मचारी कमल सिंह के खिलाफ पुलिस को शिकायत दे दी गई.