पलवल: हरियाणा लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित की गई भर्तियों में गड़बड़ी (HPSC recruitments irregularities) पाई गई है. सरकार की तरफ से भर्तियों की समीक्षा की जा रही है. समीक्षा के दौरान जहां भी गड़बड़ी मिलेगी वहां कार्रवाई की जाएगी और भर्तियों में हुई सभी गड़बड़ियों को सरकार उजागर करेगी. ऐसा केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का कहना है.
केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि एचपीएससी की भर्तियों (Haryana Public Service Commission recruitment) में गड़बड़ी हुई है. सीएम मनोहर लाल की सरकार ने उन गड़बड़ियों को उजागर कर कई लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की है. वहीं इस मामले में भी पुलिस की कार्रवाई भी जारी है. जो भी इसमें शामिल पाया जाएगा उसे सरकार नहीं बख्शेगी. कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि पूर्व की सरकारों की तरह सीएम मनोहर लाल की सरकार किसी भी आरोपी को बचाने का काम नहीं करेगी. जिन-जिन भर्तियों में गड़बड़ी के संकेत मिल रहे हैं, उन सभी नौकरियों की समीक्षा की जा रही है.
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पलवल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि हेराफेरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. गड़बड़ी पाए जाने या पेपर लीक होने पर भर्ती की प्रक्रिया पर रोक लगाकर दोबारा से जांच करवाई जा रही है. नौकरियों में होने वाली हेराफेरी को रोकने के लिए सरकार हर संभव कार्रवाई करेगी.
गौरतलब है कि विजिलेंस ब्यूरो ने HPSC की ओर से ली जाने वाली डेंटल सर्जन भर्ती की परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट खाली छोड़ने वालों का चयन करने का खुलासा किया था. 17 नवंबर को भिवानी निवासी नवीन पंचकूला में 20 लाख रुपये लेते पकड़ा गया था. वहीं से इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.
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इसके बाद विजिलेंस ब्यूरो ने HPSC के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर (HPSC deputy secretary arrested) के असिस्टेंट अश्विनी के झज्जर स्थित घर में रेड मारकर एक करोड़ आठ लाख रुपये बरामद किए. तब अश्विनी ने ही खुलासा किया कि इसमें से 90 लाख रुपये अनिल नागर के हैं. इसके बाद विजिलेंस के कहने पर अश्विनी HPSC हैडक्वार्टर में बैठने वाले वर्ष 2016 बैच के एचसीएस अधिकारी अनिल नागर को उनके दफ्तर में 90 लाख रुपए देने पहुंचा. जैसे ही अनिल नागर ने कैश लिया, विजिलेंस ने उसे पकड़ लिया. आरोपी अनिल नागर, अश्विनी और नवीन को पंचकूला की जिला अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
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