पलवल: केएमपी-केजीपी इंटरचेंज (नेशनल हाईवे-19) के पास प्रशासन ने करीब 2 महीने से चल रहे धरने को आज उठवा दिया. भारी पुलिस बल के दबाव में आंदोलन कर रहे किसानों ने अपने तंबू हटाकर यहां से जाने की तैयारियां कर ली है और प्रशासन ने भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगाए गए भारी अवरोधों को हटा दिया है.
किसानों का कहना है कि पुलिस प्रशासन का हमारे ऊपर दबाव था और कुछ स्थानीय लोग भी आकर उन्हें धमकाने और गालियां देने का काम 2 दिन से कर रहे थे. जिसके कारण जहां से धरना समाप्त कर दिया है. लेकिन तीन कृषि कानूनों और एमएसपी को लेकर उनका आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है वो चलता रहेगा.
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संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य शिवकुमार कक्का ने कहा कि अभी आगामी आंदोलन के बारे में वो कुछ नहीं कह सकते. लेकिन इतना तय है कि 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्य तिथि पर पूरे देश में किसानों के द्वारा अनशन किया जाएगा.
शिवकुमार कक्का ने कहा कि ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर शर्मनाक हरकत हुई. इस हरकत के लिए उन्होंने 2 किसान संगठनों के ऊपर आरोप लगाए. कक्का ने कहा कि अब हम एक बार फिर से नए सिरे से विचार करके अगले आंदोलन की रूपरेखा बनाएंगे. उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों का पर्दाफाश करेंगे.
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डीएसपी यशपाल खटाना ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाया गया है. इस संदर्भ में धरना स्थल पर जाकर किसानों को समझया गया है कि सभी किसान धरना स्थल को खाली कर दें. अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई की जाएगी. किसानों ने धरना स्थल से अपना सामान एकत्रित करना शुरू कर दिया है.