पलवल: हरियाणा के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता करण दलाल ने कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा है कि जिले में कोरोना से मरने वाले लोगों के आंकड़ों को स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन छुपा रहा है. मृतकों का जो आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग द्वारा दर्शाया जा रहा है, उससे चार गुणा अधिक लोगों की मौत हुई है.
करण दलाल ने दावा किया कि पलवल में नूंह रोड पर बनाए गए कोविड श्मशानघाट पर ही एक अप्रैल से 18 मई तक 160 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया है. जबकि मार्च में कोरोना संक्रमण फैलने से पहले मात्र 25-30 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ था. कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद डेढ़ महीने में ही 160 लोगों का एक ही श्मशानघाट पर अंतिम संस्कार होना सरकार व स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों को गलत साबित कर रहा है.
इसी तरह अन्य श्मशान घाटों में भी मार्च महीने के मुकाबले अप्रैल व मई माह में चार गुणा लोगों के अंतिम संस्कार किए गए हैं. करण दलाल ने आरोप लगाया कि कारखानों में इस्तेमाल होने वाली आक्सीजन को भी मरीजों को लगाया गया. जिससे आज मरीजों को ब्लैक फंगस व व्हाइट फंगस की बीमारी हो रही है. इसी आक्सीजन को लगाने से लोगों की मौतें हुई हैं. यह प्रशासन व अधिकारियों की गैर जिम्मेदाराना हरकत थी. इस मामले में प्रशासन व अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए.
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करण दलाल ने कहा कि ऐसे में सरकार को इस्तीफा देना चाहिए. सरकार ने यदि अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया, तो अदालत का सहारा लिया जाएगा. उन्होंने मांग की है कि इस मामले की न्यायिक मजिस्ट्रेट से जांच कराई जाए कि कितने कारखानों में इस्तेमाल की गई ऑक्सीजन को मरीजों को लगाया गया तथा कितनी नकली दवाइयां मरीजों को लगाई गईं. दलाल ने कहा कि अस्पतालों में उपचार के लिए आए 500 लोगों की मौत का ही रिकॉर्ड है.