ETV Bharat / state

पलवल: ट्रेन में लावरिस हालत में मिली 15 दिन की बच्ची - ट्रेन में लावरिस हालत में मिली 15 दिन की बच्ची पलवल

पलवल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-8 पर खड़े ईएमयू शटल की 136 नंबर की बोगी में एक नवजात बच्ची शॉल में लिपटी मिली.

baby girl found at palwal railway station
ट्रेन में लावरिस हालत में मिली 15 दिन की बच्ची
author img

By

Published : Dec 14, 2019, 10:33 PM IST

पलवल: उस मां की क्या बेबसी रही होगी ये तो कोई नहीं जानता मगर लावारिस पड़ी इस नन्ही सी जान को पलवल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-8 पर खड़े ईएमयू शटल की 136 नंबर की बोगी में जिसने भी देखा हर कोई हिल गया. सर्दी के मौसम में ट्रेन में ये बच्ची लोगों को शॉल में लिपटी मिली.

बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ
सूचना मिलते ही जीआरपी मौके पर पहुंची और बच्ची को उपचार के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया. चिकित्सकों ने मेडिकल के बाद बच्ची को स्वस्थ घोषित कर बाल कल्याण समिति को सौंप दिया और मां-बाप की तलाश में जुट गई

पलवल: ट्रेन में लावरिस हालत में मिली 15 दिन की बच्ची

बच्ची को भेजा गया फरीदाबाद सरकारी एजेंसी
सूचना मिलते बाल कल्याण समिति की सदस्य अल्पना मित्तल अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंची और उन्होंने बताया कि बच्ची अब पूरी तरह से स्वस्थ्य है और ये 10-15 दिन की है. उन्होंने कहा कि बाल कल्याण समिति ने अपनी कार्रवाई पूरी कर बच्ची को फरीदाबाद स्थित सरकारी एजेंसी में भिजवा दिया गया है. क्योंकि पांच साल तक बच्चों के लिए पलवल में कोई सरकारी एजेंसी नही है. इसलिए बच्ची को फरीदाबाद भिजवाया गया है. जहां पर तीन महीने तक बच्ची को रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर तीन महीने में बच्ची के माता-पिता का पता नहीं लगा तो उसे गोद देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

ये भी पढ़ें: पंचकूला में जेबीटी कैंडिडेट्स पर चली वाटर कैनन, सीएम आवास का करने जा रहे थे घेराव

पलवल: उस मां की क्या बेबसी रही होगी ये तो कोई नहीं जानता मगर लावारिस पड़ी इस नन्ही सी जान को पलवल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-8 पर खड़े ईएमयू शटल की 136 नंबर की बोगी में जिसने भी देखा हर कोई हिल गया. सर्दी के मौसम में ट्रेन में ये बच्ची लोगों को शॉल में लिपटी मिली.

बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ
सूचना मिलते ही जीआरपी मौके पर पहुंची और बच्ची को उपचार के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया. चिकित्सकों ने मेडिकल के बाद बच्ची को स्वस्थ घोषित कर बाल कल्याण समिति को सौंप दिया और मां-बाप की तलाश में जुट गई

पलवल: ट्रेन में लावरिस हालत में मिली 15 दिन की बच्ची

बच्ची को भेजा गया फरीदाबाद सरकारी एजेंसी
सूचना मिलते बाल कल्याण समिति की सदस्य अल्पना मित्तल अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंची और उन्होंने बताया कि बच्ची अब पूरी तरह से स्वस्थ्य है और ये 10-15 दिन की है. उन्होंने कहा कि बाल कल्याण समिति ने अपनी कार्रवाई पूरी कर बच्ची को फरीदाबाद स्थित सरकारी एजेंसी में भिजवा दिया गया है. क्योंकि पांच साल तक बच्चों के लिए पलवल में कोई सरकारी एजेंसी नही है. इसलिए बच्ची को फरीदाबाद भिजवाया गया है. जहां पर तीन महीने तक बच्ची को रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर तीन महीने में बच्ची के माता-पिता का पता नहीं लगा तो उसे गोद देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

ये भी पढ़ें: पंचकूला में जेबीटी कैंडिडेट्स पर चली वाटर कैनन, सीएम आवास का करने जा रहे थे घेराव

Intro:एंकर:-पलवल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-8 पर खड़े ईएमयू शटल की 136 नंबर बोगी में नवजात बच्ची शॉल में लिपटी हुई मिली। सूचना मिलते ही जीआरपी मौके पर पहुंची और बच्ची को उपचार के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया। चिकित्सकों ने मैडिक़ल के बाद बच्ची को स्वास्थ्य घोषित कर बाल कल्याण समिति को सौंप दिया। जीआरपी ने अज्ञात माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
Body:

वीओ:-पलवल जीआरपी में एएसआई के पद पर कार्यरत चंदरपाल ने बताया कि वह दैनिक रूटीन की चैकिंग के लिए स्टेशन पर मौजूद थे। उसी दौरान सूचना मिली की कुरुक्षेत्र से आने वाले ईएमयू शटल नंबर:-64494 की 136 नंबर बोगी में एक नवजात बच्ची शॉल में लिपटी हुई है। इस शटल का पलवल स्टेशन पर अंतिम ठहराव होता है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे और बच्ची को उपचार के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां चिकित्सकों ने मैडिक़ल के बाद बच्ची को स्वास्थ्य घोषित किया। सूचना मिलते बाल कल्याण समिति की सदस्य अल्पना मित्तल अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंची और चिकित्सकों ने जानकारी लेकर बच्ची को अपने कब्जे में लिया। अल्पना मित्तल ने बताया कि बच्ची पूर्ण रुप से स्वास्थ्य है और जिसकी उम्र लगभग दस से पंद्रह दिन की है। बाल कल्याण समिति द्वारा अपनी कार्रवाई पुरी कर बच्ची को फरीदाबाद स्थित सरकारी एजेंसी में भिजवा दिया गया है। क्योंकि पांच वर्ष तक बच्चों के लिए पलवल में कोई सरकारी एजेंसी नही है इसलिए बच्ची को फरीदाबाद भिजवाया गया है। जहां पर तीन महिने तक बच्ची को रखा जाएगा। यदि तीन महिने तक बच्ची के माता-पिता का पता नही लगता है तो उसे गोद देने के प्रक्रिया शुरू हो जाती है। यदि किसी को भी बच्ची के बारे में कोई जानकारी लेनी है तो वो बाल भवन स्थित बाल कल्याण समिति के कार्यालय में संपर्क में कर सकता है।

बाइट:-अल्पना मित्तल, सदस्य बाल कल्याण समिति पलवल, फाइल:-2
बाइट:-एएसआई चंदरपाल, पलवल जीआरपी में कार्यरत, फाइल:-3

Conclusion:hr_pal_03_navjat_bachhi_mili_visual_bite_hrc10002
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.