पलवल: कोरोना वायरस को हराने के लिए लगाया गया लॉकडाउन प्रकृति के लिए वरदान सबाति हो रहा है. आलम ये है कि दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की हवाएं भी अब साफ हो रही है. कहीं से पहाड़ों का सुंदर नजारा देखा जा रहा है तो कहीं पर यमुना भी अपने अवतार में वापस आ रही है. लॉकडाउन का असर पलवल की आबोहवा पर भी देखने को मिल रहा है.
लॉकडाउन का सकारात्मक असर पलवल की हवा पर भी पड़ रहा है. लगातार चल रहे लॉकडाउन से पलवल की वायु गुणवत्ता में काफी सुधार आया है. कभी 200 के करीब रहने वाला AQI अब घटकर मात्र 95 रह गया है.
हाल ही में एक संस्था की ओर से विश्व स्तर पर वायु गुणवत्ता के आंकड़े जारी किए गए थे, जिसमें पलवल शहर की वायु गुणवत्ता बेहद खराब बताई गई थी. इस लिस्ट में पलवल का नाम विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार था. प्रदूषण की रिपोर्ट में नाम आने के बाद पलवल प्रशासन ने भले ही वायु की गुणवत्ता को सुधारने के लाख दावे किए, लेकिन इसका कोई असर दिखाई नहीं दिया.
ये भी पढ़िए: लॉकडाउन बना प्रकृति के लिए वरदान, सबसे प्रदूषित शहरों की हवा भी हुई साफ
जो काम पलवल प्रशासन नहीं कर पाया, अब वो काम लॉकडाउन ने कर दिखाया है. 22 मार्च को जब से जनता कर्फ्यू लगा है. तब से अब तक पलवल की हवा दिन प्रतिदिन साफ होती जा रही है. आम दिनों में जहां पलवल की वायु गुणवत्ता का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 पार रहता था, वो घटकर 100 से भी नीचे आ गया है. हाल ही के दिनों में तो ये 90 के करीब पहुंच गया है.