पलवल: जिले में हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ और शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के संयोजन में नौकरी बहाली की मांग को लेकर क्रमिक अनशन लगातार 101वें दिन भी जारी रहा. इस दौरान पीटीआई अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के महासचिव गीतेश कुमार ने कहा कि पलवल में पिछले 100 दिन से पीटीआई अध्यापक अपनी बहाली की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन आज तक कोई भी जनप्रतिनिधी उनकी सुध लेने नहीं आया. उन्होंने कहा कि जनता अपनी प्रतिनिधी इसलिए चुनती है ताकि वो उनकी बात सरकार तक पहुंचाए, लेकिन उनकी सुध लेने कोई नहीं आया.
उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत ने अपने फैसले में पीटीआई को दोषी नहीं माना है. तो पीटीआई को किस आधार पर सजा दी गई. असमंजस की स्थिति में सरकार को इतना बड़ा फैसला लेने की बजाय, सरकार को 10 वर्षों की सेवा को ध्यान में रखते हुए शीर्ष अदालत में ठोस तथ्यों के साथ पुनर्विचार याचिका डालनी चाहिए थी. जिससे पीटीआई अध्यापकों का रोजगार आसानी से बच सकता था, लेकिन सरकार ने आनन-फानन में पीटीआई का रोजगार छीनकर 1983 परिवारों को अंधकार में धकेल दिया.
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ सरकार से अनुरोध करता है कि अब सरकार जनहित का मौका नहीं गंवाए और निर्दोष 1983 पीटीआई की अध्यादेश के जरिए नौकरी बहाल करे. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे. जिसकी जिम्मेदार हरियाणा सरकार स्वयं होगी.
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