नूंह: उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा और सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र ने जिला स्वास्थ्य विभाग में नियुक्तियों में चले आ गड़बड़झाले पर गंभीरता दिखाई है. इसके लिए विजिलेंस कमेटी तक बना दी गई है, ताकि नियुक्तियों में गड़बड़झाले की शिकायत पर पूरी तरह से पाबंदी लग सके. ये जानकारी डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. वसंत दुबे ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी.
उप सिविल सर्जन डॉक्टर बसंत दुबे ने बताया कि जिला उपायुक्त और सीएमओ की अध्यक्षता में चाहे किसी प्रोजेक्ट की भर्तियां हों या स्टाफ नर्स, अकाउंटेंट इत्यादि पदों पर भर्तियां हों उनमें लिखित परीक्षा से लेकर कंप्यूटर परीक्षा नियम और शर्तों के मुताबिक ही होंगी. गड़बड़झाला किसी सूरत में भी चलने नहीं दिया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि अगर इलाके के लोगों को नौकरियों में लेनदेन की शिकायत मिली मिले, तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लेकर उपायुक्त नूंह को सीधे मेल या लिखित में शिकायत दी जा सकती है. उन्होंने ये भी कहा कि शिकायत करने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा.
डिप्टी सिविल सर्जन ने कहा कि भर्तियों में लेनदेन करने वाला चाहे कोई विभाग का कर्मचारी, अधिकारी या बाहरी हो सबके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया को सुंदर बनाने पर गंभीरता से विचार हुआ है. मेवात के योग्य बच्चों को नौकरी मिले इसकी भरसक कोशिश की जा रही है.