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नूंहः पुलिस की गिरफ्त में आये सर्राफा व्यापारी के दो हत्यारे, दो अभी भी फरार - nuh news in hindi

चार बदमाशों ने न केवल लूट की वारदात को अंजाम दिया, बल्कि सर्राफा व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी. जिसमें से पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया है. जबकि दो अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.

नूंह
पुलिस के गिरफ्त में आये सर्राफा व्यापारी के दो हत्यारे
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Published : Feb 11, 2020, 5:16 PM IST

नूंह: दो बार लूट के मकसद में नाकाम रहने वाले पटपड़बास गांव के चार बदमाशों ने तीसरी बार में न केवल लूट की वारदात को अंजाम दिया, बल्कि सर्राफा व्यापारी गोविंदराम की गोली मारकर हत्या कर दी. सर्राफा व्यापारी के नजदीक मोबाइल की दुकान में बैठकर हत्यारों ने सारी साजिश रची थी. जिसमें पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया है. जिनमें से दो अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.

पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों से पिस्टल , देशी तमंचा के अलावा चार जिंदा गोली - कारतूस , बाइक बरामद कर ली है. लूटे गए सोने - चांदी के जेवरात बरामद करने के लिए पुलिस दोनों हत्यारों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. पुलिस ने महज सप्ताह भर में केस का खुलासा करने में सफलता प्राप्त कर ली.

पुलिस की गिरफ्त में आये सर्राफा व्यापारी के दो हत्यारे, देखें वीडियो
कैसे रची साजिश ?
डीएसपी अनिल कुमार मुख्यालय नूह ने पत्रकारों को बताया कि चारों बदमाशों ने सबसे पहले सर्राफा व्यापारी को लूटने के लिए गत 28 -29 जनवरी को योजना बनाई, लेकिन बात नहीं बनी. उसके बाद बदमाशों ने गत 3 फरवरी को लूट की योजना बनाई , लेकिन इनका एक साथी नहीं पहुंच सका. जिसके चलते इन्हें फिर निराशा हाथ लगी. गत 4 फरवरी को तीसरी और अंतिम बार योजना में बदमाश कामयाब हो गए और इसी लूट के चक्कर में हत्या कर दी. जिले के इतिहास की शायद यह पहली घटना थी. जिसमें लूट के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया. डीएसपी ने बताया कि बदमाश किस्म के व्यक्ति हैं, लेकिन पूछताछ में खुलासा होगा की इन्होंने कितनी वारदातों को कब और कहां - कहां अंजाम दिया है.

कहां से आये हथियार ?
सेवा भारती से जुड़े रहे सर्राफा व्यापारी गोविंदराम की हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल - देशी तमंचा और कारतूस कहां से और कब बदमाशों के पास आये। पुलिस इसकी भी गहनता से जांच में जुट गई है। पुलिस ने अगर इसकी जांच गहनता से की तो नूह जिले में हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह तक का खुलासा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।

क्या काम करते थे आरोपी ?

डीएसपी अनिल कुमार नूह ने पत्रकारों को बताया कि लूट - हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चार बदमाशों में से एक मोबाइल रिपेयर का काम करता था ,तो एक टैक्सी चलाता था. उनके जल्दी अमीर होने की फितरत ने उन्हें अपराधी बना दिया. नई उम्र में लूट - हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चारों अपराधियों की पूरी उम्र जेल की चारदीवारी में ही गुजर सकती है. बदमाशों की सजा तो कोर्ट तय करेगा, लेकिन सर्राफा व्यापारी को जान से मारने वाले अब अपने सही ठिकाने पर पहुंच चुके हैं.

सीआईए नूंह टीम को मिली कामयाबी

लूट - हत्या के ब्लाइंड मर्डर को सुलझाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. सीआईए नूह प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार की अगुवाई वाली टीम ने पूरी गंभीरता दिखाते हुए काम किया और बदमाशों के गिरेबान तक खाकी के हाथ पहुंच गए.

ये भी पढ़े- भिवानी में सड़क पर उतरे सफाई कर्मचारी, बोले- नहीं मिल रही वर्दी और सेफ्टी जूते

नूंह: दो बार लूट के मकसद में नाकाम रहने वाले पटपड़बास गांव के चार बदमाशों ने तीसरी बार में न केवल लूट की वारदात को अंजाम दिया, बल्कि सर्राफा व्यापारी गोविंदराम की गोली मारकर हत्या कर दी. सर्राफा व्यापारी के नजदीक मोबाइल की दुकान में बैठकर हत्यारों ने सारी साजिश रची थी. जिसमें पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया है. जिनमें से दो अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.

पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों से पिस्टल , देशी तमंचा के अलावा चार जिंदा गोली - कारतूस , बाइक बरामद कर ली है. लूटे गए सोने - चांदी के जेवरात बरामद करने के लिए पुलिस दोनों हत्यारों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. पुलिस ने महज सप्ताह भर में केस का खुलासा करने में सफलता प्राप्त कर ली.

पुलिस की गिरफ्त में आये सर्राफा व्यापारी के दो हत्यारे, देखें वीडियो
कैसे रची साजिश ?डीएसपी अनिल कुमार मुख्यालय नूह ने पत्रकारों को बताया कि चारों बदमाशों ने सबसे पहले सर्राफा व्यापारी को लूटने के लिए गत 28 -29 जनवरी को योजना बनाई, लेकिन बात नहीं बनी. उसके बाद बदमाशों ने गत 3 फरवरी को लूट की योजना बनाई , लेकिन इनका एक साथी नहीं पहुंच सका. जिसके चलते इन्हें फिर निराशा हाथ लगी. गत 4 फरवरी को तीसरी और अंतिम बार योजना में बदमाश कामयाब हो गए और इसी लूट के चक्कर में हत्या कर दी. जिले के इतिहास की शायद यह पहली घटना थी. जिसमें लूट के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया. डीएसपी ने बताया कि बदमाश किस्म के व्यक्ति हैं, लेकिन पूछताछ में खुलासा होगा की इन्होंने कितनी वारदातों को कब और कहां - कहां अंजाम दिया है.

कहां से आये हथियार ?
सेवा भारती से जुड़े रहे सर्राफा व्यापारी गोविंदराम की हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल - देशी तमंचा और कारतूस कहां से और कब बदमाशों के पास आये। पुलिस इसकी भी गहनता से जांच में जुट गई है। पुलिस ने अगर इसकी जांच गहनता से की तो नूह जिले में हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह तक का खुलासा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।

क्या काम करते थे आरोपी ?

डीएसपी अनिल कुमार नूह ने पत्रकारों को बताया कि लूट - हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चार बदमाशों में से एक मोबाइल रिपेयर का काम करता था ,तो एक टैक्सी चलाता था. उनके जल्दी अमीर होने की फितरत ने उन्हें अपराधी बना दिया. नई उम्र में लूट - हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चारों अपराधियों की पूरी उम्र जेल की चारदीवारी में ही गुजर सकती है. बदमाशों की सजा तो कोर्ट तय करेगा, लेकिन सर्राफा व्यापारी को जान से मारने वाले अब अपने सही ठिकाने पर पहुंच चुके हैं.

सीआईए नूंह टीम को मिली कामयाबी

लूट - हत्या के ब्लाइंड मर्डर को सुलझाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. सीआईए नूह प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार की अगुवाई वाली टीम ने पूरी गंभीरता दिखाते हुए काम किया और बदमाशों के गिरेबान तक खाकी के हाथ पहुंच गए.

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Intro:संवाददाता नूह मेवात

स्टोरी ;- पुलिस गिरफ्त में आये सर्राफा व्यापारी के दो हत्यारे , दो अभी भी फरार

दो बार लूट के मकसद में नाकाम रहने वाले पटपड़बास गांव के चार बदमाशों ने तीसरी बार में न केवल लूट की वारदात को अंजाम दिया बल्कि सर्राफा व्यापारी गोविंदराम की गोली मारकर हत्या कर दी। सर्राफा व्यापारी के नजदीक मोबाइल की दुकान में बैठकर हत्यारों ने सारी साजिश रची। पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया है , जिनमें से दो अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों से पिस्टल , देशी तमंचा के अलावा चार जिंदा गोली - कारतूस , बाइक बरामद कर ली है। लूटे गए सोने - चांदी के जेवरात बरामद करने के लिए पुलिस दोनों हत्यारों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। पुलिस ने महज सप्ताह भर में केस का खुलासा करने में सफलता प्राप्त कर ली। पुलिस ने सीसीटीवी , साइबर टीम , लोगों से पूछताछ , मुखबिर की सूचना के आधार के अलावा पुलिस जवानों की तत्परता के चलते ब्लाइंड लूट - मर्डर की उलझी हुई पहेली को जल्द सुलझाकर लोगों के बीच में खाकी का रुतबा बढ़ाया है। Body:डीएसपी अनिल कुमार मुख्यालय ने पत्रकारों से बातचीत में खुलासा किया कि गत 4 फरवरी को शाम के समय पुन्हाना शहर में सर्राफा व्यापारी गोविंदराम से नकदी - जेवरात लूट के दौरान गोली मारकर हत्या करने के जुर्म में पुलिस ने पल्ला पहाड़ से लूट की वारदात को अंजाम देने की फ़िराक में बैठे दो आरोपियों को हथियारों सहित दबोच लिया। बदमाशों ने सिविल कपड़ों में गए पुलिस वालों को भी लूटना चाहा , लेकिन जवानों ने उन्हें दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि अकरम उर्फ़ धकेलु पुत्र सहाबू निवासी चिल्ली हालाबाद पटपड़बास , अंसार पुत्र समसुदीन निवासी पटपड़बास है। दोनों ने ही पुन्हाना में लूट - हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। अंसार ने गोली मारकर सर्राफा व्यापारी को उस समय मौत के घाट उतार दिया था , जब व्यापारी जेवरात - नकदी से भरा बैग देने से इंकार कर रहा था। पकड़े गए दोनों आरोपियों की उम्र 20 - 25 वर्ष के करीब है। इसके अलावा पूछताछ में पता चला है कि लूट - हत्या की घटना को अंजाम देने में इनकी मदद मुनशरीफ उर्फ़ बोलर पुत्र बदल निवासी पटपड़बास , निजामुद्दीन उर्फ़ नेहना उर्फ़ काला पुत्र आस मोहमद निवासी पटपड़बास भी शामिल हैं। दोनों आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस की टीम उनकी तलाश में जुटी हुई हैं।

कैसे रची साजिश ;- डीएसपी अनिल कुमार मुख्यालय नूह ने पत्रकारों को बताया कि चारों बदमाशों ने सबसे पहले सर्राफा व्यापारी को लूटने के लिए गत 28 -29 जनवरी को योजना बनाई , लेकिन बात नहीं बनी। उसके बाद बदमाशों ने गत गत 3 फरवरी को लूट की योजना बनाई , लेकिन इनका एक साथी नहीं पहुंच सका। जिसके चलते इन्हें फिर निराशा हाथ लगी। गत 4 फरवरी को तीसरी और अंतिम बार योजना में बदमाश कामयाब हो गए और इसी लूट के चक्कर में हत्या कर दी। जिले के इतिहास की शायद यह पहली घटना थी। जिसमें लूट के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। डीएसपी ने बताया कि बदमाश किस्म के व्यक्ति हैं , लेकिन पूछताछ में खुलासा होगा की इन्होंने कितनी वारदातों को कब और कहां - कहां अंजाम दिया है।

कहां से आये हथियार ;- सेवा भारती से जुड़े रहे सर्राफा व्यापारी गोविंदराम की हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल - देशी तमंचा और कारतूस कहां से और कब बदमाशों के पास आये। पुलिस इसकी भी गहनता से जांच में जुट गई है। पुलिस ने अगर इसकी जांच गहनता से की तो नूह जिले में हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह तक का खुलासा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।

क्या काम करते थे आरोपी ;- डीएसपी अनिल कुमार नूह ने पत्रकारों को बताया कि लूट - हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चार बदमाशों में से एक मोबाइल रिपेयर का काम करता था , तो एक टैक्सी चलाता था। उनके जल्दी अमीर होने की फितरत ने उन्हें अपराधी बना दिया। नई उम्र में लूट - हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चारों अपराधियों की पूरी उम्र जेल की चारदीवारी में ही गुजर सकती है। बदमाशों की सजा तो कोर्ट तय करेगा , लेकिन सर्राफा व्यापारी को जान से मारने वाले अब अपने सही ठिकाने पर पहुंच चुके हैं।

सीआईए नूह टीम को मिली कामयाबी ;- लूट - हत्या के ब्लाइंड मर्डर को सुलझाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। सीआईए नूह प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार की अगुवाई वाली टीम ने पूरी गंभीरता दिखाते हुए काम किया और बदमाशों के गिरेबान तक खाकी के हाथ पहुंच गए। Conclusion:बाइट ;- अनिल कुमार डीएसपी मुख्यालय नूह
सवाददाता कासिम खान नूह मेवात
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