नूंह: दो बार लूट के मकसद में नाकाम रहने वाले पटपड़बास गांव के चार बदमाशों ने तीसरी बार में न केवल लूट की वारदात को अंजाम दिया, बल्कि सर्राफा व्यापारी गोविंदराम की गोली मारकर हत्या कर दी. सर्राफा व्यापारी के नजदीक मोबाइल की दुकान में बैठकर हत्यारों ने सारी साजिश रची थी. जिसमें पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया है. जिनमें से दो अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.
पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों से पिस्टल , देशी तमंचा के अलावा चार जिंदा गोली - कारतूस , बाइक बरामद कर ली है. लूटे गए सोने - चांदी के जेवरात बरामद करने के लिए पुलिस दोनों हत्यारों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. पुलिस ने महज सप्ताह भर में केस का खुलासा करने में सफलता प्राप्त कर ली.
कहां से आये हथियार ?
सेवा भारती से जुड़े रहे सर्राफा व्यापारी गोविंदराम की हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल - देशी तमंचा और कारतूस कहां से और कब बदमाशों के पास आये। पुलिस इसकी भी गहनता से जांच में जुट गई है। पुलिस ने अगर इसकी जांच गहनता से की तो नूह जिले में हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह तक का खुलासा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
क्या काम करते थे आरोपी ?
डीएसपी अनिल कुमार नूह ने पत्रकारों को बताया कि लूट - हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चार बदमाशों में से एक मोबाइल रिपेयर का काम करता था ,तो एक टैक्सी चलाता था. उनके जल्दी अमीर होने की फितरत ने उन्हें अपराधी बना दिया. नई उम्र में लूट - हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चारों अपराधियों की पूरी उम्र जेल की चारदीवारी में ही गुजर सकती है. बदमाशों की सजा तो कोर्ट तय करेगा, लेकिन सर्राफा व्यापारी को जान से मारने वाले अब अपने सही ठिकाने पर पहुंच चुके हैं.
सीआईए नूंह टीम को मिली कामयाबी
लूट - हत्या के ब्लाइंड मर्डर को सुलझाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. सीआईए नूह प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार की अगुवाई वाली टीम ने पूरी गंभीरता दिखाते हुए काम किया और बदमाशों के गिरेबान तक खाकी के हाथ पहुंच गए.
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