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महंगाई की मार, नूंह में सब्जियों के दाम में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी - बारिश से सब्जियों की आवक कम

नूंह के मंडी में अचानक सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं. सब्जियों के दाम बढ़ने का कारण दुकानदार मौसम को बता रहे हैं.

नूंह में सब्जी की एक दुकान
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Published : Aug 14, 2019, 10:08 PM IST

Updated : Aug 14, 2019, 10:27 PM IST

नूंह: कुछ राज्य बाढ़ की चपेट में हैं तो कुछ राज्यों में अभी भी बरसात बेहद कम हुई है. मौसम का सबसे ज्यादा असर सब्जियों की आवक पर पड़ रहा है.

करीब 15-20 दिन पहले जिन सब्जियों को आसानी से खरीदकर रसोई की शान बढ़ाई जा रही थी. उन्हीं सब्जियों का अब गरीब की रसोई में कहीं अता-पता ही नहीं है. जानकारी के मुताबिक सब्जियों के दाम में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है.

सब्जियों के दाम में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- पंचकूला परेड ग्राउंड पर अनिल विज फहराएंगे तिरंगा, 350 पुलिसकर्मी रहेंगे ड्यूटी पर तैनात

मानसून में लगातार हो रही देरी ने टमाटर के रंग को और भी लाल कर दिया है. टमाटर के भाव में पिछले कुछ समय में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. महंगाई को देखते हुए ग्राहक भी कम सब्जी खरीद रहे हैं. सब्जी मंडी में रंग-बिरंगी ताजा सब्जी ग्राहकों को लुभा तो रही है लेकिन भाव पता करते ही उनके कदम पीछे हट रहे हैं.

नूंह: कुछ राज्य बाढ़ की चपेट में हैं तो कुछ राज्यों में अभी भी बरसात बेहद कम हुई है. मौसम का सबसे ज्यादा असर सब्जियों की आवक पर पड़ रहा है.

करीब 15-20 दिन पहले जिन सब्जियों को आसानी से खरीदकर रसोई की शान बढ़ाई जा रही थी. उन्हीं सब्जियों का अब गरीब की रसोई में कहीं अता-पता ही नहीं है. जानकारी के मुताबिक सब्जियों के दाम में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है.

सब्जियों के दाम में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- पंचकूला परेड ग्राउंड पर अनिल विज फहराएंगे तिरंगा, 350 पुलिसकर्मी रहेंगे ड्यूटी पर तैनात

मानसून में लगातार हो रही देरी ने टमाटर के रंग को और भी लाल कर दिया है. टमाटर के भाव में पिछले कुछ समय में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. महंगाई को देखते हुए ग्राहक भी कम सब्जी खरीद रहे हैं. सब्जी मंडी में रंग-बिरंगी ताजा सब्जी ग्राहकों को लुभा तो रही है लेकिन भाव पता करते ही उनके कदम पीछे हट रहे हैं.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- कई राज्यों में आई भीषण बाढ़ से हुई सब्जी फसल तबाह , मंडियों में छाई महंगाई
देश के कई राज्यों में कुदरत से सब्जी फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। इसके अलावा सड़क रास्ते कट जाने से परिवहन व्यवस्था भी पूरी तरह चरमरा गई है। कुछ राज्य बाढ़ की चपेट में हैं , तो कुछ राज्यों में अभी भी बरसात बेहद कम है। मौसम सबसे ज्यादा सब्जियों पर पड़ रही है। करीब 15 - 20 दिन पहले जिन सब्जियों को आसानी से खरीदकर रसोई की शान बढ़ाई जा रही थी , उन्हीं सब्जियों का अब गरीब की रसोई में कहीं पता नहीं है। मानसून में लगातार हो रही देरी ने टमाटर के रंग को और भी लाल कर दिया है। टमाटर के भाव में पिछले कुछ समय में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सब्जी की महंगाई को देखते हुए ग्राहक भी कम सब्जी खरीद रहे हैं। सब्जी मंडी में रंग - बिरंगी ताजा सब्जी ग्राहकों को लुभा तो रही है , लेकिन भाव पता करते ही उनके कदम पीछे हट रहे हैं। टमाटर और लाल हुआ है , तो भिंडी और हरी ,मिर्च और तीखी हो गई है। गोभी , मटर जैसी सब्जियों के दाम सुनते ही लोग खरीदने के बजाय आगे चल पड़ते हैं। शिमला मिर्च दाम डबल हो गए तो पालक भी खूब उछाल मार रहा है। करेला , भिंडी भी अब किसी से पीछे नहीं है।

बाइट;- राजेश सब्जी विक्रेता
बाइट;- हामिद अल्वी दुकानदार
बाइट;- साबिर सब्जी खरीददार

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवातBody:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- कई राज्यों में आई भीषण बाढ़ से हुई सब्जी फसल तबाह , मंडियों में छाई महंगाई
देश के कई राज्यों में कुदरत से सब्जी फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। इसके अलावा सड़क रास्ते कट जाने से परिवहन व्यवस्था भी पूरी तरह चरमरा गई है। कुछ राज्य बाढ़ की चपेट में हैं , तो कुछ राज्यों में अभी भी बरसात बेहद कम है। मौसम सबसे ज्यादा सब्जियों पर पड़ रही है। करीब 15 - 20 दिन पहले जिन सब्जियों को आसानी से खरीदकर रसोई की शान बढ़ाई जा रही थी , उन्हीं सब्जियों का अब गरीब की रसोई में कहीं पता नहीं है। मानसून में लगातार हो रही देरी ने टमाटर के रंग को और भी लाल कर दिया है। टमाटर के भाव में पिछले कुछ समय में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सब्जी की महंगाई को देखते हुए ग्राहक भी कम सब्जी खरीद रहे हैं। सब्जी मंडी में रंग - बिरंगी ताजा सब्जी ग्राहकों को लुभा तो रही है , लेकिन भाव पता करते ही उनके कदम पीछे हट रहे हैं। टमाटर और लाल हुआ है , तो भिंडी और हरी ,मिर्च और तीखी हो गई है। गोभी , मटर जैसी सब्जियों के दाम सुनते ही लोग खरीदने के बजाय आगे चल पड़ते हैं। शिमला मिर्च दाम डबल हो गए तो पालक भी खूब उछाल मार रहा है। करेला , भिंडी भी अब किसी से पीछे नहीं है।

बाइट;- राजेश सब्जी विक्रेता
बाइट;- हामिद अल्वी दुकानदार
बाइट;- साबिर सब्जी खरीददार

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवातConclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- कई राज्यों में आई भीषण बाढ़ से हुई सब्जी फसल तबाह , मंडियों में छाई महंगाई
देश के कई राज्यों में कुदरत से सब्जी फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। इसके अलावा सड़क रास्ते कट जाने से परिवहन व्यवस्था भी पूरी तरह चरमरा गई है। कुछ राज्य बाढ़ की चपेट में हैं , तो कुछ राज्यों में अभी भी बरसात बेहद कम है। मौसम सबसे ज्यादा सब्जियों पर पड़ रही है। करीब 15 - 20 दिन पहले जिन सब्जियों को आसानी से खरीदकर रसोई की शान बढ़ाई जा रही थी , उन्हीं सब्जियों का अब गरीब की रसोई में कहीं पता नहीं है। मानसून में लगातार हो रही देरी ने टमाटर के रंग को और भी लाल कर दिया है। टमाटर के भाव में पिछले कुछ समय में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सब्जी की महंगाई को देखते हुए ग्राहक भी कम सब्जी खरीद रहे हैं। सब्जी मंडी में रंग - बिरंगी ताजा सब्जी ग्राहकों को लुभा तो रही है , लेकिन भाव पता करते ही उनके कदम पीछे हट रहे हैं। टमाटर और लाल हुआ है , तो भिंडी और हरी ,मिर्च और तीखी हो गई है। गोभी , मटर जैसी सब्जियों के दाम सुनते ही लोग खरीदने के बजाय आगे चल पड़ते हैं। शिमला मिर्च दाम डबल हो गए तो पालक भी खूब उछाल मार रहा है। करेला , भिंडी भी अब किसी से पीछे नहीं है।

बाइट;- राजेश सब्जी विक्रेता
बाइट;- हामिद अल्वी दुकानदार
बाइट;- साबिर सब्जी खरीददार

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
Last Updated : Aug 14, 2019, 10:27 PM IST
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