नूंह हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. शुक्रवार को नूंह में हिंसा के 10 दिन बाद स्कूल खोले गए. निजी स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम रही. निजी स्कूल के अध्यापकों के मुताबिक 10 दिन तक स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई पर काफी प्रभाव पड़ा है. हिंसा की वजह से इंटरनेट सेवाएं भी बंद रही. जिसकी वजह से ना तो बच्चों को होमवर्क दिया जा सका और ना ही ऑनलाइन क्लास लग पाई.
छात्रों की पढ़ाई प्रभावित: अध्यापक अय्यूब खान ने बताया कि 10 दिन स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई को काफी नुकसान हुआ है. हालात ऐसे बने कि प्रशासन ने अचानक ही स्कूल बंद करने के आदेश दे दिए थे. जिसकी वजह से बच्चों को होमवर्क भी नहीं दे सके. इस बीच इंटरनेट भी बंद रहा. जिससे कि ऑनलाइन पढ़ाई भी नहीं करवाई जा सकी. इसके चलते अब बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है. अब स्कूल खुले हैं, लेकिन बच्चों की संख्या काफी कम है.
अध्यापकों ने उम्मीद जताई कि सोमवार से बच्चों की संख्या पूरी रहेगी और पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है. उसकी भरपाई करने की पूरी कोशिश की जाएगी. राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मालब के प्रिंसिपल और स्कूल मैनेजमेंट कमेटी का कहना है कि सरकारी स्कूल खोल दिए गए हैं. अभिभावकों और बच्चों तक इस बात की जानकारी पहुंचे. इसके लिए मस्जिदों से ऐलान करवाया जा रहा है. अभिभावकों को फोन कर बच्चों को स्कूल भेजने की अपील की जा रही है.
अध्यापकों ने उम्मीद जताई है कि सोमवार से पढ़ाई सामान्य की तरह शुरू हो जाएगी. अध्यापकों ने बताया कि फिलहाल जिले में पहले की तरह शांति है. हर कोई अपनी दैनिक दिनचर्या में जुटा है. यहां हिंदू मुस्लिम भाई चारा सदियों पुराना है. जिसको दोनों तरफ से कायम रखने की कोशिश की जा रही है. बता दें कि 31 जुलाई 2023 को नूंह में ब्रजमंडल यात्रा निकाली गई. इस यात्रा पर पथराव हुआ. जिसके बाद 50 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया.
दोनों तरफ से फायरिंग की खबरें भी सामने आई. नूंह हिंसा को देखते हुए हरियाणा के आठ जिलों में धारा-144 लगा दी गई थी. इसके अलावा सरकारी और प्राइवेट शिक्षण संस्थानों को बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए थे. नूंह में अभी तक इंटरनेट सेवा को बंद किया गया है. सामान्य होते हालात को देखते हुए कर्फ्यू में भी ढील दी गई है. जिले में रोडवेज बसों की आवाजाही शुरू कर दी गई है. इसके अलावा सभी स्कूलों को खोलने के आदेश भी जारी किए गए हैं. इसके अलावा जुम्मे की नमाज को लेकर भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है.