नूंह: जिले में निजी कंपनी ने सीएसआर यानी कॉरपोरेट रिस्पॉन्सिबल फॉर सोसाइटी परियोजना के तहत किशोरी एक्सप्रेस मुहीम की शुरुआत की है. किशोरी एक्सप्रेस ना केवल महिलाओं के खून की जांच करने के लिए किट और अन्य उपकरण मुहैया करवाता है, बल्कि इन दिनों कोरोना से निपटने के लिए मास्क, सैनिटाइजर इत्यादि सामान उपलब्ध करवाता है.
सबसे खास बात यह है कि इसी एंबुलेंस से महिलाओं के लिए सेनेटरी नैपकिन का वितरण भी जिले में किया जाने वाला है. अब तक इस कार्यक्रम से जिले की 23 हजार महिलाएं और किशोरी लाभ उठा चुकी हैं. जेएसपीएल फाउंडेशन की कोशिश है कि राज्य के एक्सप्रेशनल जिला नूंह में महिलाओं के स्वास्थ्य को कैसे बेहतर बनाया जाए. इसके लिए गत वर्ष मार्च महीने से उनकी कंपनी काम कर रही है.
उपायुक्त धीरेंद्र खडगटा से जिंदल स्टील एंड पावर में कार्यरत जनरल मैनेजर पुष्पा सहपाठी ने मुलाकात की. इस मुलाकात में पुष्पा सहपाठी ने उपायुक्त को भरोसा दिलाया कि जेएसपीएल जिले में महिलाओं की सेहत में खून की कमी के कार्य को दूर करने के कार्यों में तेजी आएगी. जब इस बारे में उपायुक्त धीरेंद्र खडगटा से बात की गई तो उन्होंने जेएसपीएल फाउंडेशन के काम की सराहना करते हुए कहा कि महिलाओं को व किशोरियों को किशोरी एक्सप्रेस का भरपूर लाभ उठाना चाहिए.
कुल मिलाकर इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि महिलाओं और किशोरियों की खून की कमी से जान से हाथ ना धोना पड़े. जांच के बाद जिन महिलाओं में खून की कमी पाई जाती है. उनको इंजेक्शन लगाने के साथ-साथ खून बढ़ाने की गोलियां भी दी जाती है. सबसे खास बात तो यह है कि महिलाओं को पालक का बीज भी वितरण किया जाता है, ताकि अपने आंगन में खेतों में पालक लगाकर उसे खाकर महिलाएं स्वस्थ जीवन जी सकें.
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