नूंह: जिले के बावला गांव में एक व्यक्ति की मौत के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है. पीड़ित परिवार के घर पर पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस ने 14 नामजद सहित 2 अन्य के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है. मृतक के परिजनों ने तावडू पुलिस पर इस मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. पत्रकारों से बातचीत के दौरान परिजनों ने बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर पुलिस को पहले ही शिकायत दे दी थी, क्योंकि उन्हें इस घटना का अंदेशा पहले से था. उनका कहना है कि लेकिन इस मामले में पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई. जिसका अंजाम एक निर्दोष युवक को अपनी जान गंवा कर चुकाना पड़ा.
पुलिस अपने ऊपर लगे आरोपों पर बोलने से बच रही है. बता दें कि गांव बावला में शुक्रवार को दो पक्षों में हुए झगड़े में एक व्यक्ति की मौत के बाद तनाव बना हुआ है. जिसे देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा को लेकर पीड़ित परिवार के घर पर पुलिस बल तैनात किया गया है.
पीड़ित साहून पुत्र गफूर ने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि पीड़ित और आरोपी पक्ष की कुछ जमीन साझे में थी. जिसको लेकर बिरादरी तौर पर 6 माह पहले पीड़ित पक्ष को डेढ़ लाख रुपये देने का फैसला किया गया. फैसले के अनुसार जून महीने में आरोपी पक्ष को रूपये देने थे. लेकिन बार-बार रूपये मांगने पर आरोपी टरकाते रहे. पीड़ित का आरोप है कि जब शुक्रवार को उन्होंने अपने पैसे मांगे तो आरोपियों ने उन्हें अंजाम भुगतने की धमकी दी.
गफूर ने बताया कि देर शाम आरोपियों ने आपसी बातचीत करके लाठी, डंडा ,अवैध हथियार से लैस होकर हमला कर दिया. हमले में पीड़ित पक्ष के गफूर पुत्र हनीफ की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई. जबकि तारिफ, साहून, इस्लाम, सरीफ और सोयब भी गोली लगने से घायल हो गए. झगड़े का शोर सुनकर जब ग्रामीण मौके पहुंचे तो आरोपी मौके से भाग गए. घायलों को उपचार के लिए नलहड़ में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने पीड़ित के बयान के नाम पर 14 नामजद लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
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