नूंह: हरियाणा में नूंह जिले की सड़कों से गुजरने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है. आगामी वर्ष 2024 में नूंह जिले की सड़कों की कायापलट होने जा रही है. इन सड़कों पर करीब 2000 करोड़ रुपए खर्च होने वाले हैं. कई मुख्य सड़कों और बाईपास पर 2024 में ही लोग आ और जा सकते हैं. हालांकि कुछ मुख्य मार्गों का काम 2024 में पूरा नहीं हो पाएगा. लंबे समय से लंबित चली आ रही सड़कों की मांग को अब सरकार ने तेजी से अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है.
अंतिम चरण में नूंह-पलवल बाईपास का काम: लोक निर्माण विभाग नूंह के कार्यकारी अभियंता शमशेर सिंह ने बताया कि नूंह-पलवल बाईपास का काम अलॉट हो चुका है. 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है और एक डेढ़ महीने के अंदर यह बनाकर तैयार हो जाएगा. इस पर करीब 7 करोड़ रुपए की लागत आएगी. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज रोड से खेड़ला गांव के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए को जोड़ने वाले बाईपास के लिए जमीन की खरीद कर ली गई है. यह तावडू रोड से नल्हड़ मेडिकल रोड तक आधा पहले बन चुका था. अब बाकी बचे काम पर अगले 3 महीने में काम शुरू हो जाएंगे और 1 साल में इसे पूरा कर लिया जाएगा. इस पर लगभग 14 करोड़ रुपए की लागत आएगी.
अंतिम चरण में गुरुग्राम-अलवर फोरलेन की तैयारी: वहीं, जिले की सबसे मुख्य सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए गुरुग्राम-अलवर के फोरलेन की बात करें तो डीपीआर मंत्रालय को भेजी जा चुकी है. इस पर 2 बाईपास की प्रपोजल भेजी गई थी, जिसे लगभग मंजूर कर लिया गया है. मालब और भादस गांव में यह बाईपास बनाए जाएंगे. अगले 3 महीने में टेंडर प्रक्रिया होने की पूरी संभावना है. इस पर करीब 850 करोड़ रुपए लागत की उम्मीद है.
होडल-पुनहाना-नगीना फोरलेन सड़क निर्माण पर 350 करोड़ खर्च: कार्यकारी अभियंता के अनुसार होडल-पुनहाना-नगीना फोरलेन सड़क के लिए एचएसआरडीसी ने रफ कॉस्ट ऐस्टीमेट हेड ऑफिस भेज दिया है. इस पर करीब 350 करोड़ रुपए की लागत की संभावना है.
होडल-नूंह-पटौदी फोरलेन के लिए 650 करोड़ अनुमान: इसके अलावा होडल-नूंह-पटौदी फोरलेन सड़क के लिए भी एचएसआरडीसी ने रफ कॉस्ट एस्टीमेट हेड ऑफिस भिजवा दिया है. इस पर करीब 650 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी. PWD के कार्यकारी अभियंता के मुताबिक नगीना-तिजारा मार्ग का टेंडर रिसीव हो चुका है. अप्रूवल के लिए हेड ऑफिस भेज दिय गया है. एक महीने के अंदर इस मार्ग पर काम शुरू हो जाएगा. इस पर करीब3.5 करोड़ रुपए की लागत आएगी. लगभग 6 महीने में यह मार्ग बनकर तैयार हो जाएगा, जो हरियाणा और राजस्थान को आपस में आसानी से जोड़ेगा.
हरियाणा की सीमा में बनने वाले मार्ग का काम: कार्यकारी अभियंता के अनुसार पहले इसका निर्माण एक कंपनी बीच में छोड़कर चली गई थी. अब नई कंपनी को काम दिया गया है. उम्मीद है कि जल्द ही हरियाणा की सीमा में बनने वाले मार्गों का काम 2024 की शुरुआत में ही पूरा कर लिया जाएगा. इसके अलावा जिला मुख्यालय नूंह शहर में 2 नए बाईपास जल्द ही देखने को मिलेंगे. राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए को लोगों ने लगातार हो रहे हादसों की वजह से खूनी सड़क का नाम भी दिया हुआ है. नगीना-तिजारा मार्ग की मांग भी दशकों पुरानी है, लेकिन जिले का अब कोई भी मुख्य मार्ग प्रदेश के किसी भी जिले से कम नहीं रहेगा.