नूंह : किसानों के साथ फ्रॉड करने वालों को लेकर प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. संदेश साफ है कि अन्नदाता के साथ धोखाधड़ी करने वाले अब बच नहीं सकेंगे. प्रशासन उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगा.
जालसाज़ों के खिलाफ केस दर्ज : सीएसएसी केंद्र संचालक के साथ मिलीभगत कर मेरी फसल, मेरा ब्यौरा योजना में चपत लगाने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा. धोखाधड़ी के शिकार हुए किसानों की शिकायत के बाद पुलिस और प्रशासन एक्टिव है. फिरोजपुर झिरका एसडीएम चिनार चहल के मुताबिक ऐसे तकरीबन 50 से ज्यादा जालसाजों की पहचान कर उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इतना ही नहीं मामले में जिन सीएससी सेंटर चलाने वाले लोगों की पहचान हुई है, उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उनके लाइसेंस भी रद्द कर दिए जाएंगे.
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मिलीभगत से गड़बड़झाला : प्रशासन की जांच में सामने आया है कि पात्र किसानों की जगह पर कुछ जालसाज अपने खाते में सरकार से सब्सिडी लेने का काम कर रहे थे. इसमें सीएससी केंद्र संचालकों की भी मिलीभगत बताई जा रही है. खास बात ये है कि जब पात्र किसानों का इस गोरखधंधे का पता चलता था तो वे ऐसे जालसाज़ों से सरकार की सब्सिडी को लेकर सवाल करते थे तो उन्हें सीधे जान से मारने की धमकी तक दी जाती थी.
सब्सिडी की होगी वसूली : पिछले काफी अरसे से ऐसी शिकायतें मिल रही थी, जिसके बाद प्रशासन की टीम एक्टिव हुई और इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. प्रशासन के मुताबिक जल्द ही ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर न केवल सलाखों के पीछे भेजा जाएगा, बल्कि इनसे उस सब्सिडी की भी वसूली की जाएगी जो सरकार से इनके खाते तक पहुंची थी. आपको बता दें कि पहले भी ईटीवी भारत ने मेरी फसल, मेरा ब्यौरा योजना को लेकर किसानों के साथ हो रही धोखाधड़ी की ख़बर आप तक पहुंचाई थी और आपको इस मामले में सतर्क किया था.