नूंह: विश्व डेंगू दिवस के अवसर पर जिला स्वास्थ्य विभाग ने शहर के आठ सार्वजनिक स्थानों पर बड़े बड़े बोर्ड लगाकर जागरूक करने की पहल की है. इस दौरान लोगों को मीडिया और होर्डिंग के माध्यम से डेंगू के प्रति जागरूक किया जाएगा.
इस संबंध में जिला मलेरिया अधिकारी और डिप्टी सिविल सर्जन अरविंद कुमार ने बताया कि कोरोना काल में डेगूं दिवस को इस बार अलग तरीके से मनाया जाएगा. इसमें लोगों को जागरूक करने पर ध्यान दिया गया है. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के चलते लोगों की भीड़ नहीं इकठ्ठा की जाएगी. बल्कि लोगों को सोशल मीडिया, अखबार और टीवी चैनलों के माध्यम से जागरूक करने की पहल की जाएगी.
डॉ. अरविंद ने बताया कि डीसी ऑफिस, सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा, बस अड्डा के अलावा जिले के तावडू, फिरोजपुर झिरका, नूंह, पुन्हाना में बनी सीएचसी में बड़े बोर्ड लगाए गए हैं. जिसके माध्यम से लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक किया जाएगा.
डेंगू बुखार के लक्षण
डॉ. अरविंद ने बताया कि अचानक तेज बुखार आना, सर मांसपेशियों और जोड़ों में दर्ज होना, आंख के पिछले भाग में दर्ज होना, कमजोरी होना, भूख में कमी, मुंह का स्वाद खराब और गले में दर्द, शरीर पर लाल चकते का होना आदि प्रमुख लक्षण है. उन्होंने बताया कि शरीर का एकदम ठंडा हो जाना. पेट दर्ज का होना, लगातार उल्टी होना, तेज सांस लेना, मसूड़ों से खून का रिसाव होना, थकावट और बेचैनी , उल्टी में खून का आना, रक्तचाप एवं पल्स का एकदम कम हो जाना खतरे के लक्षण हैं.
कैसे फैलता है डेंगू?
डॉ. अरविंद ने बताया कि डेंगू ऐडीज मादा मच्छर के काटने से फैलता है. उन्होंने बताया कि यह मच्छर केवल दिन में ही काटता है. बरसात का मौसम इसके पैदा होने का समय होता है. उन्होंने बताया कि जुलाई से नवंबर तक का महीना डेंगू का पीक टाइम है.
उपचार
डॉ. अरविंद ने बताया कि डॉक्टर की सलाह के अनुसार पेरासिटामोल की गोली या सिरप लेकर बुखार को कम रखें. उन्होंने बताया कि रोगी को एस्प्रिन, डाइक्लोफेनेक और डिस्प्रिन जैसी दवा कभी ना दें . उन्होंने कहा कि रोगी को सामान्य रूप से भोजन और तरल पदार्थ जरूर देना चाहिए. क्योंकि बुखार होने पर शरीर को और अधिक भोजन की आवश्यकता होती है .
डॉ. अरविंद ने बताया कि रोगी को भरपूर आराम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति में डेंगू के लक्षण मिलते हैं तो रोगी को तुरंत निकटतम अस्पताल ले जाएं. जिससे उसका आवश्यक परीक्षण करके रोग का निदान किया जा सके. डॉ. अरविंद ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए हमें अपने घरों में साफ-सफाई रखना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि घर में और घर के आसपास पानी इकट्ठा नहीं होने दें.
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