नूंह: राजकीय शहीद हसन खां मेवात मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग के कामकाज में जो तालमेल की कमी सामने आ रही थी, उसमें बड़ा सुधार होने वाला है. शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉक्टर जेएस पुनिया और मेडिकल कॉलेज निदेशक डॉक्टर यामिनी के अलावा दोनों संस्थानों के वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ इस मसले पर विस्तार से बातचीत हुई. शुक्रवार को हुई बैठक में कई मुद्दों पर सहमति बनी.
सिविल सर्जन डॉक्टर जेएस पुनिया ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग अपनी तरफ से हर संभव कोशिश करेगा. विशेषज्ञ डॉक्टर जल्द लाया जाएगा. इसके अलावा जब भी स्वास्थ्य विभाग नूंह या मेडिकल कॉलेज में बैठक होगी तो उसमें दोनों संस्थानों का एक प्रतिनिधि मौजूद रहेगा.
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सीएमओ ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में अब नसबंदी के ऑपरेशन जल्द शुरू होंगे. परिवार नियोजन के ऑपरेशन पहले मेडिकल कॉलेज में नहीं हो रहे थे. सिविल सर्जन ने कहा कि जिन लोगों को नसबंदी ऑपरेशन के लिए नल्हड़ मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा, उनके कोरोना टेस्ट अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में कराएं जाएंगे. इसके लिए नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में रोस्टर तक बना दिया है. कुल मिलाकर एक नई शुरुआत दोनों संस्थानों में आपसी सहमति बनने के बाद होने जा रही है.
ज्ञात हो कि दोनों संस्थानों में आपसी तालमेल बेहतर नहीं था. जिसको लेकर जिले के आला अधिकारियों से लेकर चंडीगढ़ तक के अधिकारियों को संदेश भेजा गया. उसी का नतीजा है कि अब स्वास्थ्य विभाग नूंह और नल्हड़ मेडिकल कॉलेज का आपसी तालमेल बेहतर होगा. इसका सबसे ज्यादा लाभ जिले के लोगों को मिलने जा रहा है. मेडिकल कॉलेज में बेहतर उपचार नहीं मिलने की वजह से जिन लोगों के लिए यह सफेद हाथी साबित हो होता जा रहा था, अब शायद ऐसा नहीं होगा. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के कामकाज में भी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के तालमेल से सुधार देखने को मिलेगा.