नूंह: कोरोना संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए जिला प्रशासन प्रभावी कदम उठाते हुए नजर आ रहा है. जिले में कोविड गाइडलाइन (corona guideline nuh) का सख्ती से अनुपालन किया जा रहा है. वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते जिला प्रशासन ने लघु सचिवालय में भी सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. इसी के चलते मंगलवार को डीसी सहित अन्य अधिकारियों को लघु सचिवालय में प्रवेश करने से पहले कोविड वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही प्रवेश दिया गया.
बता दें कि सुबह 9 बजे से जिला सचिवालय के मुख्य द्वार पर वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र चैक करने के लिए टीम नियुक्त गई है. जो बिना (vaccination certificate nuh) वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और बिना मास्क अधिकारी व कर्मचारियों के लघु सचिवालय में प्रवेश करने पर नजर रखे हुए है. जिसके चलते मंगलवार को लघु सचिवालय में प्रवेश करने से पहले डीसी सहित अन्य अधिकारियों को अपना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही अंदर प्रवेश दिया गया.
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इस दौरान कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण (corona third wave)को फैलने से रोकने के लिए नागरिकों को वैक्सीन अनिवार्य रूप से लगवानी चाहिए. इसी के साथ उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हुए एक जनवरी से नो मास्क-नो सर्विस, नो वैक्सिनेशन-नो एंट्री का नियम जिले में सख्ती से लागू कर दिया गया है. वहीं सार्वजनिक स्थानों, सरकारी एवं अर्द्ध-सरकारी संस्थानों में कोरोना के दोनों टीके की डोज लेने वालों को ही एंट्री मिलेगी.
गौरतलब है कि मंगलवार को डीसी सहित अन्य अधिकारियों को कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही लघु सचिवालय में प्रवेश दिया गया. जिसके बाद डीसी कैप्टन शक्ति सिंह कोविड नियम का अनुपालन करते हुए लघु सचिवालय में प्रवेश करते समय अपना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाया. इसी क्रम में सीटीएम जयप्रकाश, डीएसपी सुधीर तैनेजा, जिला खेल अधिकारी निर्मला आदि ने भी अपना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाकर सचिवालय में प्रवेश किया.
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