नूंह: राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कालेज नल्हड़ में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर बेहद परेशान हैं. परेशानी की वजह है एक समान वेतन जो पिछले दो सालों से नहीं मिला है. गुस्साए डॉक्टर अब इसी मांग को लेकर शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं और कामकाज पूरी तरह ठप कर दिया है.
मेडिकल कालेज प्रशासन और पुलिस प्रशासन की कोशिशों के बावजूद भी हड़ताल समाप्त होने की बजाय जारी है. सोमवार को हड़ताल से मरीजों-तीमारदारों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. हड़ताल को सोमवार को चौथा दिन हो चुका है.
भाजपा-कांग्रेस के कई नेता हड़ताली डॉक्टरों से मिल चुके हैं, तो निदेशक डॉक्टर यामिनी से भी कई बार मुलाकात हो चुकी है, लेकिन हड़ताल समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है. अब अगर जरूरत पड़ी तो जूनियर डॉक्टर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से भी मुलाकात कर सकते हैं. डॉक्टरों की चार दिन से चल रही हड़ताल का खामियाजा सबसे ज्यादा मरीजों को उठाना पड़ रहा है.
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जानकारी के मुताबिक नल्हड़ कॉलेज में पिछले दो साल से जूनियर डॉक्टर को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक वेतन नहीं मिल रहा है. जिसके लिए उन्होंने निदेशक डॉक्टर यामिनी से लेकर कई अन्य अधिकारियों से बात की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ.
अब देखना है कि स्वास्थ्य विभाग वर्ष 2019 के अंतिम दिनों में हड़ताल समाप्त करा पाता है या जिले के इस सबसे बड़े संस्थान में वर्ष 2020 की शुरुआत हड़ताल के साथ होगी. खास बात तो ये है कि पारा 7 डिग्री सेल्शियस तक लुढ़क चुका है. जानलेवा सर्दी का सितम जारी है और डॉक्टरों को खुले आसमान के नीचे बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है.