नूंह: पुन्हाना में मनरेगा घोटालों का (MGNREGA scheme Corruption in Nuh) सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. मनरेगा गबन मामले में पुन्हाना पंचायत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर जहां पहले से 2 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं तो वहीं गबन का एक और मुकदमा बिछोर थाने में दर्ज हुआ है. निजी जोहड़ को सामुदायिक दिखाकर मनरेगा योजना के तहत करीब 9 लाख रुपए का गबन करने के मामले में बिछौर थाना पुलिस ने सीएम फ्लाइंग (CM flying team action in Nuh) रेवाड़ी की शिकायत पर बीसरू गांव की निवर्तमान सरपंच, पुन्हाना के बीडीपीओ, कनिष्ठ अभियंता, 2 एबीपीओ, ग्राम सचिव, लेखाकार एवं लेखाकार व कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ केस दर्ज किया है.
पंचायत विभाग के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार कर सरकारी राशि का गबन करने का यह तीसरा मामला है. इससे पहले सुनहेडा ग्राम पंचायत व हाजीपुर ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत सरकारी राशि के गबन को मामला दर्ज हो चुका है. जिसमें अभी तक पंचायत विभाग के किसी भी अधिकारी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. सीएम फ्लाइंग के डीएसपी राजेश चेची ने बताया कि उन्हें सूचना मिली की बीसरू गांव में निजी जमीन में एक एकड़ पर बने तालाब को पंचायती जमीन दिखाकर मनरेगा स्कीम के तहत बीसरू गांव के तत्कालीन सरपंच व खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय पुन्हाना के कर्मचारियों व अधिकारियों ने मिलकर 9 लाख 42 हजार रुपए की सरकारी धनराशि का गबन किया है.
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इसकी जांच के लिए उनकी टीम ने पटवारी को साथ लेकर बीसरू गांव की बागवाली मस्जिद के पास बनी जोहड़ का निरीक्षण किया. रिकार्ड में जोहड़ का मालिक बीसरू निवासी अयूब था. जिसने जोहड़ पंचायत को नहीं दी थी. राजस्व रिकार्ड जमाबंदी में जोहड़ पंचायती नहीं मिली. इसके अलावा जमीन मालिक ने इस जमीन पर कैनरा बैंक से 4 लाख 10 हजार का ऋण लिया हुआ है. जानकारी के अनुसार इस जमीन पर 2020-21 में सामुदायिक कार्य दिखाकर मनरेगा योजना के तहत 9 लाख 42 हजार रुपए की अदायगी की जा चुकी है.
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डीएसपी राजेश चेची ने बताया कि बीसरू गांव की निवर्तमान सरपंच रूमशीदा, पुन्हाना के बीडीपीओ दिगम्बर सिंह, कनिष्ठ अभियंता अजमत, एबीपीओ अरशद हुसैन , एबीपीओ संजय, ग्राम सचिव जफर अब्बास, लेखाकार अरशद हुृसैन एवं लेखाकार व कंप्यूटर ऑपरेटर सहाबुद्दीन के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. जांच के दौरान सामने आया कि आरोपियों ने निजी जमीन को सामुदायिक दिखाकर फर्जी रिकार्ड तैयार कर 9 लाख 42 हजार रुपए का गबन किया था. बिछौर पुलिस ने मुख्यमंत्री उड़न दस्ते के इंस्पेक्टर सतेन्द्र की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.