मेवात: जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने तथा स्वास्थ्य विभाग में मिली गड़बड़झाले की शिकायतों को ध्यान में रखकर निदेशक स्वास्थ्य विभाग डॉक्टर असरुद्दीन ने नूंह शहर की सीएचसी तथा सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा का बारीकी से निरीक्षण किया. निरीक्षण में कुछ खामियां मिली, जिनको जल्द ठीक करने के आदेश अधिकारियों को दिए हैं.
इतना ही नहीं एक गुमनाम चिट्ठी भी शिकायत के रूप में मिली है. उस पर भी जांच की जा रही है. जांच पूरी होने से पहले कुछ भी कहना गलत है. इसके अलावा कुछ शिकायत स्थानीय लोगों की भी मिली हैं. जिसके बारे स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों से बातचीत हो रही है.
पत्रकारवार्ता में निदेशक ने बताया कि नीति आयोग की लिस्ट में पिछड़े जिलों में होने की वजह से उन्होंने पहले भी एक बैठक में भाग लिया था. निदेशक के नाते नूंह जिला उनके अधीन है. इसलिए वो एक बार नहीं बल्कि बार-बार यहां आते रहेंगे. नूंह जिले में डॉक्टरों से लेकर अन्य स्टाफ की हालत कोई खास खराब नहीं है. पीएचसी/सीएचसी से लेकर सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में डॉक्टरों की कमी दिखाई नहीं दे रही है. रही बात एक्सरे, उल्ट्रासाउंड मशीनों के संचालन की तो कर्मचारी के सेवानिवृत होने की वजह से नूंह सीएचसी में एक्सरे की सुविधा नहीं मिल पा रही है. चुनाव के बाद व्यवस्था की जाएगी.
निदेशक डॉक्टर असरुद्दीन ने आपातकालीन वार्ड, महिला वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, दवाइयों का स्टोर, ब्लड बैंक, शौचालय और पानी इत्यादि की सुविधाओं का बारीकी से दो दिन तक निरीक्षण किया. निदेशक के दो दिवसीय दौरे से उम्मीद है कि आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार देखने को मिलेगा.