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नूंह: साल 2019 में हुए सड़क हादसों में 237 लोगों ने गंवाई जान - road accident in 2019 in nuh

नूंह में सड़क हादसों में इजाफा हुआ है. जिले में साल 2019 में करीब 560 सड़क हादसे हुए, जिनमें 208 फैटल और 352 नॉनफेटल हादसे थे. इन सड़क हादसों में 237 लोगों की जान गई तो वहीं 562 लोग सड़क हादसों में घायल हुए.

road accidents in nuh
साल 2019 में हुए सड़क हादसों में 237 लोगों ने गंवाई जान
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Published : Jan 15, 2020, 12:55 PM IST

Updated : Jan 15, 2020, 2:13 PM IST

नूंह: देशभर में हो रहे सड़क हादसों को लेकर भले ही केंद्र और राज्य सरकारें बेहद चिंतित हों, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है.देश में होने वाले सड़क हादसों में लगातार इजाफा हो रहा है. इन सड़क हादसों से नूंह भी अच्छूता नहीं है. यहां भी सड़क हादसों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है.

नूंह में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसे
अगर बात आंकड़ों की करें तो नूंह जिले में साल 2019 में करीब 560 सड़क हादसे हुए, जिनमें 208 फैटल और 352 नॉनफैटल हादसे थे. इन सड़क हादसों में 237 लोगों की जान गई तो वहीं 562 लोग सड़क हादसों में घायल हुए.

क्लिक कर देखें रिपोर्ट

2018 की तुलना में सड़क हादसों में इजाफा
वहीं अगर बात 2018 में हुए सड़क हादसों की करें तो 2018 में नूंह में कुल 557 सड़क हादसे हुए, जिनमें फैटल 212 और नॉनफैटल 345 हादसे थे. इन सड़क हादसों में 239 लोगों की जान गई तो कुल 599 लोग सड़क हादसों में घायल हुए.

ये भी पढ़िए: 'सिटी ब्यूटीफुल' में बढ़ते क्राइम पर कैसे लगाम लगाएगी पुलिस ? जानिए क्या कहते हैं चंडीगढ़ पुलिस के DSP

हादसे रोकने में फेल हरियाणा पुलिस !

साल 2019 में गुरुग्राम- अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए जिसकी वजह से इस राजमार्ग को खूनी सड़क तक का नाम दिया जा चुका है. वैसे पुलिस विभाग लोगों को सड़क नियमों के बारे में वक्त-वक्त पर जागरुक करता रहता है. इन दिनों सड़क सुरक्षा सप्ताह भी चलाया जा रहा है, लेकिन इस तरह के अभियान जमीन पर फेल होते नजर आ रहे हैं.

नूंह: देशभर में हो रहे सड़क हादसों को लेकर भले ही केंद्र और राज्य सरकारें बेहद चिंतित हों, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है.देश में होने वाले सड़क हादसों में लगातार इजाफा हो रहा है. इन सड़क हादसों से नूंह भी अच्छूता नहीं है. यहां भी सड़क हादसों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है.

नूंह में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसे
अगर बात आंकड़ों की करें तो नूंह जिले में साल 2019 में करीब 560 सड़क हादसे हुए, जिनमें 208 फैटल और 352 नॉनफैटल हादसे थे. इन सड़क हादसों में 237 लोगों की जान गई तो वहीं 562 लोग सड़क हादसों में घायल हुए.

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2018 की तुलना में सड़क हादसों में इजाफा
वहीं अगर बात 2018 में हुए सड़क हादसों की करें तो 2018 में नूंह में कुल 557 सड़क हादसे हुए, जिनमें फैटल 212 और नॉनफैटल 345 हादसे थे. इन सड़क हादसों में 239 लोगों की जान गई तो कुल 599 लोग सड़क हादसों में घायल हुए.

ये भी पढ़िए: 'सिटी ब्यूटीफुल' में बढ़ते क्राइम पर कैसे लगाम लगाएगी पुलिस ? जानिए क्या कहते हैं चंडीगढ़ पुलिस के DSP

हादसे रोकने में फेल हरियाणा पुलिस !

साल 2019 में गुरुग्राम- अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए जिसकी वजह से इस राजमार्ग को खूनी सड़क तक का नाम दिया जा चुका है. वैसे पुलिस विभाग लोगों को सड़क नियमों के बारे में वक्त-वक्त पर जागरुक करता रहता है. इन दिनों सड़क सुरक्षा सप्ताह भी चलाया जा रहा है, लेकिन इस तरह के अभियान जमीन पर फेल होते नजर आ रहे हैं.

Intro:संवाददाता नूह मेवात
स्टोरी :- सड़क हादसों में कितने लोगों ने 2019 में गंवाई जान , कितने हुए घायल स्पेशल स्टोरी
नूह जिले में वर्ष 2019 में करीब 560 सड़क हादसे हुए, जिनमें 208 फैटल तथा 352 नॉनफेटल हादसे हुए । इन सड़क हादसे में 237 लोगों की जान गई तो 562 लोग सड़क हादसों में घायल हुए । इसकी तुलना अगर वर्ष 2018 में हुए सड़क हादसों से की जाए तो कुल सड़क हादसे 557 हुए जिनमें फैटल 212 नॉनफेटल 345 हादसे हुए । इन सड़क हादसों में 239 लोगों की जान गई तो कुल 599 लोग सड़क हादसों में घायल हुए । देश के सड़क मंत्री नितिन गडकरी ने भी हाल ही में माना है कि उनका विभाग देशभर में सड़क हादसों में कमी लाने में कम कामयाब रहा है ।Body:उन्होंने कहा कि ना केवल सड़क हादसे कम हुए बल्कि सड़कों के निर्माण कार्य में भी पारदर्शिता लाने की जरूरत है , तभी लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों की संख्या पर काबू पाया जा सकता है । वैसे पुलिस विभाग लोगों को सड़क नियमों के बारे में समय - समय पर जागरूक करता रहता है । इन दिनों सड़क सुरक्षा सप्ताह भी चलाया जा रहा है । जिसे लेकर चालकों तथा वाहन मालिकों को सड़क से संबंधित जरूरी दिशा - निर्देश दिए जाते हैं , लेकिन बावजूद इसके सड़क हादसे कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं । सबसे खास बात तो यह रही कि वर्ष 2019 में गुरुग्राम - अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग को लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों की वजह से खूनी सड़क तक का नाम इलाके के लोगों ने दे दिया । डीएसपी अनिल कुमार ने कहा कि वर्ष 2018 - 2019 में सड़क हादसों की संख्या कमोबेश बराबर ही रही है । इतने ही सड़क हादसे हुए हैं , तो इतने ही लोगों की जान इन हादसों में गई है । सड़क को चौड़ीकरण की मांग इलाके के लोग लगातार उठा रहे हैं। सड़क हादसों में जान जाने के अलावा वाहनों में भारी नुकसान होता है। आर्थिक नुकसान भी लोगों को उठाना पड़ता है। परिवार के मुखिया या किसी भी सदस्य की जान जाने से परिवार पर भी दुःखों का पहाड़ टूट पड़ता है। आम आदमी आए लेकर सरकार तक इस मसले में गंभीर दिखाई पड़ रही है , लेकिन मौत के आंकड़ों में कमी आएगी या नही यह तो आने वाला समय ही बताएगा।Conclusion:बाइट :- अनिल कुमार डीएसपी नूह
संवाददाता कासिम खान नूह मेवात
Last Updated : Jan 15, 2020, 2:13 PM IST
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