नूंहः गर्भवती महिलाओं के अलावा 0-2 साल तक के बच्चों को 11 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए मिशन इंद्रधनुष के दूसरे चरण की शुरुआत पिछले 6 जनवरी से हो चुकी है. अभियान 6 - 16 जनवरी तक चलेगा. जिसके तहत सभी पात्र महिलाओं - बच्चों का टीकाकरण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है.
टीकाकरण में मिल रही कामयाबी
प्रथम चरण की सफलता से उत्साहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि अगर लोगों के साथ - साथ संबंधित विभागों का सहयोग इसी तरह मिला तो अभियान सौ फीसदी सफल रह सकता है. स्वास्थ्य विभाग ने बीते दो दिनों में 98.2 फीसदी बच्चों - गर्भवती महिलाओं को कवर किया है.
टीकाकरण हर बच्चे और गर्भवती महिला के लिए जरूरी
डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर लोकवीर ने बताया कि जिले में कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहने पाए. क्योंकि टीकाकरण हर बच्चे और गर्भवती महिला के लिए जरूरी है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे इस अभियान के अंतर्गत अपने बच्चों को टीके अवश्य लगवाएं. उन्होंने बताया कि यह अभियान नूंह जिले में बच्चों के प्रतिरक्षण कम होने को देखते हुए चलाया जा रहा है.
मौजिज लोगों का सहयोग लेगा प्रशासन
उन्होंने बताया कि मिशन इंद्रधनुष के तहत नूंह जिले में शत - प्रतिशत टीकाकरण किया जा सके, इसके लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ - साथ सरपंचों, चौकीदारों और नंबरदारों का भी सहयोग लिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी दूरगामी क्षेत्र, दुर्गम एवं ढाणियों में भी टीकाकरण करने पहुंचेंगे.
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इन 11 खतरनाक बीमारियों से बचाने के लिए होगा टीकाकरण
मिशन इंद्रधनुष के तहत किए जाने वाले टीकाकरण के तहत पोलियो, कालीखांसी, गलघोंटू, टीबी, निमोनिया, खसरा, रुबेला, टिटनेस,पीलिया हित 11 बीमारियों का टीकाकरण किया जाएगा.
इन जगहों पर लगाए जाएंगे टीके
डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर लोकवीर ने बताया कि बच्चों को यह टीके सभी प्राइमरी हेल्थ सेंटर, सामुदयिक हेल्थ सेंटर और सामान्य अस्पताल, उप-स्वास्थ केंद्र और आंगनवाड़ी सेंटरों पर एएनएम, आशा वर्कर और आगनवाड़ी वर्कर के सहयोग से लगाए जाएंगे.
नूंह जिले और पलवल के हथीन खंड में चल रहा है अभियान
उन्होंने बताया कि इस चरण के अंर्तगत जिले के सौ प्रतिशत बच्चों को कवर करने का लक्ष्य विभाग द्वारा रखा गया है. प्रदेश में नूंह जिले के अलावा पलवल जिले के हथीन खंड में ये टीके लगाए जा रहे हैं. मातृ - शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए मिशन इंद्रधनुष अभियान खासकर नूंह जिले में चलाया जा रहा है.
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