नूंह: पलवल जिले के पोंडरी गांव में हिंदू संगठनों ने 13 अगस्त को नूंह हिंसा पर सर्व जातीय महापंचायत की थी. उस महापंचायत में कई अहम फैसले किए गए थे. जिन्हें धरातल पर उतारने के लिए हिंदू समाज के लोगों ने नूंह डीसी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. शुक्रवार को हिंदू संगठन के लोग नूंह लघु सचिवालय पहुंचे और उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा के माध्यम से प्रदेश के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के नाम ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में महापंचायत में लिए गए लगभग 17 फैसलों को लागू करने की मांग की गई. हरियाणा गौ सेवा आयोग के सदस्य एवं पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप आर्य एवं हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन पूर्व सदस्य सुरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू मास्टर ने संयुक्त रूप से बताया कि पोंडरी गांव में हुई महापंचायत में तकरीबन 17 फैसले लिए गए थे. जिसमें नूंह हिंसा में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से शामिल लोगों की एनआईए से जांच कराकर कार्रवाई की मांग की गई.
इसके अलावा नूंह हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद, घायलों को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक मदद, जिन हिंदुओं की चल-अचल संपत्तियों का नुकसान हुआ है, उन्हें चिन्हित कर सरकारी मदद, नूंह जिले को तोड़कर इसे गुरुग्राम या पलवल जिले में शामिल करने. खंडित हुई यात्रा को 28 अगस्त को पूरा करवाया जाने, जिन इमारत से पथराव हुआ, उनकी पहचान कर उन्हें ध्वस्त कर उनके मालिकों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की.
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हिंदू संगठनों ने मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस विधायक मामन खान की भूमिका की जांच एनआईए से जांच करवाकर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए, सोहना में हुई बादशाहपुर के प्रदीप की हत्या मामले में जावेद अहमद को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, मेव आर्मी नाम के संगठन को आतंकवादी संगठन घोषित किया जाए, दंगाइयों को नूंह जेल के अलावा भोंडसी तथा नीमका जेल भेजा जाए. गुरुग्राम, सोहना, पलवल, रेवाड़ी तथा अन्य स्थानों पर दर्ज मुकदमो को निरस्त किया जाए.
इसके अलावा रोहिंग्या व अन्य विदेशी लोगों को चिन्हित कर तुरंत जिला व देश से बाहर किया जाए, नूंह तथा पलवल जिले में रह रहे अल्पसंख्यक हिंदुओं को आत्मरक्षा के लिए हथियार लाइसेंस दिए जाएं, जिला जेल नूंह का अस्तित्व समाप्त करके उस इमारत में आरएएफ या अन्य किसी अर्ध सैनिक बल की तैनाती की जाए, इंडरी या कुतुबगढ़ गांव की जमीन में सीआरपीएफ का कैंप बनाया जाए, नूंह जिले की तीन विधानसभा क्षेत्र में से एक को एससी रिजर्व किया जाए.
हिंदू संगठनों ने मांग करते हुए कहा कि हरियाणा में एनआरसी लागू किया जाए, नूंह जिले में मंदिरों, मठों गौचरण भूमि, गौशालाओं आदि के संरक्षण, मजबूतीकरण, सौंदर्यकरण के लिए यूपी की तर्ज पर ब्रजमंडल विकास परिषद का गठन किया जाए. हिंदू समाज से जुड़े लोगों इस तरह की तकरीबन 17 मांगों को रखा है. हिंदू महापंचायत में भड़काऊ बयानबाजी की खबरें भी सामने आई हैं. पुलिस की तरफ से भड़काऊ भाषण देने वालों पर एफआईआर भी दर्ज की गई है.