नूंह: कोरोना महामारी से जंग जीतने में लगे स्वास्थ्य विभाग के योद्धाओं को जल्द ही फेस शील्ड उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि कंटेनमेंट जॉन के अलावा संदिग्ध लोगों के सैंपल लेते समय स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने आप को सुरक्षित रख सकें.
सभी जरूरी उपकरण का इस्तेमाल करने के बाद ही मरीजों की देख रेख करने में स्वास्थ्य विभाग की टीम की सुरक्षित रहेगी. डीसी पंकज को एक एनजीओ ने हाल ही में 100 से अधिक फेस शील्ड मुहैया कराई हैं. इस बारे में बात करते हुए सिविल सर्जन डॉक्टर वीरेंद्र यादव ने बताया कि...
फेस शील्ड से पूरा चेहरा ढका रहता है. ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा कम रहता है. वैसे उनके पास पहले भी फेस शील्ड थी, लेकिन पर्याप्त मात्रा में नहीं थी. एन 95 मास्क पीपीई किट के पहनने के साथ-साथ फेस शील्ड को पहनकर काम करना पूरी तरह से सुरक्षित रहता है.
सीएमओ डॉ. वीरेंद्र ने कहा कि नूंह जिले में 94 सब सेंटर के अलावा पीएचसी, सीएचसी काम कर रहे हैं. इनमें कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों को फेस शील्ड देने की योजना बनाई है. 125 फेस शील्ड की आवश्यकता है. हाल ही में मिली फेस शिल्ड में से 70 स्वास्थ्य विभाग तथा 30 मेडिकल कॉलेज नल्हड़ को दी गई हैं. उनके पास पहले भी करीब 25 फेस शिल्ड थी.
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सीएमओ के मुताबिक इस शील्ड के अलावा सभी जरूरी उपकरण पहनने के बाद डॉक्टर, नर्स, एलटी आदि स्टॉफ राहत महसूस करता है. इसलिए फेस शील्ड पर्याप्त मात्रा में आने से अब और बेहतर ढंग से काम करेंगे.
कुल मिलाकर अब कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए समाज सेवी संगठन भी खुलकर कोरोना योद्धाओं को बचाव का सामान उपलब्ध करा रहे हैं. उम्मीद है कि इस उपकरण के आ जाने से अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा नहीं सताएगा.