नूंह में हिंसा के बाद जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है. जिले में अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियां तैनात कर दी गई है. इसके अलावा 6 कंपनियां और भी तैनात की जाएगी. इस बीच खबर है कि हरियाणा सरकार ने केंद्र से रैपिड एक्शन फोर्स की 20 कंपनियां मांगी हैं. वहीं मंलगवार की सुबह नूंह में माहौल तनावपूर्ण रहा. इस बीच शहर पूरी तरह से थमा नजर आया. बडकली चौक, पिनगवां, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका और तावडू में बाजार बंद रहे.
मंगलवार को नूंह में चारों ओर सन्नाटा पसरा रहा. अर्धसैनिक बलों की तरफ से फ्लैग मार्च निकाला गया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. दरअसल सोमवार को नूंह में हिंदू संगठनों ने ब्रजमंडल यात्रा निकाली थी. इस दौरान दो गुटों में टकराव हुआ. इस दौरान 40 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था. एक दूसरे पर पथराव हुआ और फायरिंग की घटनाएं भी सामने आई. उपद्रवियों ने वाहनों में तोड़फोड़ भी की.
इस हिंसा में दो होमगार्ड की मौत की खबर है. 15 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. कुछ उपद्रवियों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है. फिलहाल नूंह में अतिरिक्त पुलिस बल पहुंच चुका है. रैपिड एक्शन फोर्स के जवान शहर में लगातार गश्त कर रहे हैं. हरियाणा पुलिस के जवान भी पूरी तरह से अलर्ट हैं. तकरीबन 1800 से 2000 जवान हालात पर काबू पाने के लिए जुटे हैं. गुरुग्राम अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग से जली हुई गाड़ियों को जिला प्रशासन ने हटवा दिया है.
फिलहाल पुलिस प्रशासन और इलाके के लोग फिर से भाईचारे को बहाल करने की कोशिशों में जुटे हैं. जिला प्रशासन ने एक बैठक बुलाई है. जिसमें दोनों समुदाय के मौजिज लोगों को बुलाया गया है, हालांकि देर रात भी उपायुक्त प्रशांत पवार तथा नरेंद्र सिंह बिजारनिया आईपीएस ने इलाके के गणमान्य लोगों के साथ बैठक की थी और प्रशासन का सहयोग करने के साथ - साथ इलाके में शांति बहाल करने में मदद की अपील की थी. लोगों ने भी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को भरोसा दिलाया है कि जो सदियों पुराना भाईचारा है. उसे बहाल करने में वो अपनी तरफ से जी तोड़ कोशिश करेंगे.