नूंह: हरियाणा में अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर पिछले काफी दिनों से हड़ताल कर रही है. सोमवार यानी 25 सितंबर को प्रदेश भर की आशा वर्करों ने राज्यव्यापी जेल भरो आंदोलन की घोषणा की और प्रदेश स्तर पर जिले की आशा वर्कर यूनियन द्वारा गिरफ्तारियां दी गई. हरियाणा की तमाम आशा वर्करों ने सोमवार को अपने-अपने जिले में प्रदर्शन किया. जहां पुलिस ने आशा वर्कर्स को हिरासत में लिया.
लंबे समय से हड़ताल पर बैठी हैं आशा वर्कर्स: बता दें कि आशा वर्कर्स अपनी लंबित मांगों के समर्थन में पिछले 49 दिनों से हड़ताल कर रही हैं. आशा वर्कर्स का कहना है कि हड़ताल के इतने दिन बीत जाने के बाद भी सरकार उनकी मांगें मानने को तैयार नहीं है.
नूंह में आशा वर्कर्स ने दी गिरफ्तारियां: पिछले 49 दिनों से हड़ताल पर चल रही आशा वर्करों ने आंदोलन तेज करते हुए नूंह में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. गुस्साई आशा वर्कर ने कहा कि 28 अगस्त को महिलाओं को गिरफ्तार करके बसों में सारे दिन घुमाया गया, महिलाओं पर बल प्रयोग किया गया. पुलिस ने दमनकारी नीति अपनाई, जुलूस निकाल रही आशा वर्कर को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उन्होंने कहा कि जिले की 1140 आशा वर्कर तथा पूरे प्रदेश में करीब 22000 आशा वर्कर इस समय हड़ताल पर हैं. जब तक उनकी लंबित मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी.
भिवानी में 740 आशा वर्कर्स ने दी गिरफ्तारियां: भिवानी में भी आशा वर्कर्स का सोमवार को गुस्सा फूटा और उन्होंने भारी तादात में जेल भरो आंदोलन में हिस्सा लिया. इस दौरान करीब 740 आशा वर्कर्स ने जेल भरो आंदोलन में गिरफ्तारी दी. इससे पूर्व भारी तादाद में आशा वर्कर्स ने भिवानी जिला सचिवालय को घेराबंदी की और सरकार विरोधी नारेबाजी की. इस दौरान आशा वर्कर्स की पुलिस कर्मचारियों के साथ तीखी झड़प हुई, जिसके बाद गुस्साई आशा वर्करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
गुरुग्राम में भी उग्र प्रदर्शन: वहीं, गुरुग्राम में भी आशा वर्करों ने जमकर प्रदर्शन किया. आशा वर्करों ने मांगें ना माने-जाने के विरोध में उग्र होकर प्रदर्शन किया और अपनी गिरफ्तारी दी. वहीं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी आशा वर्कर को अपना समर्थन देने पहुंचे थे, उन्होंने भी अपनी गिरफ्तारी दी है.
झज्जर में भी टूटा सब्र का बांध: झज्जर में भी आशा वर्कर्स का जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला. आशा वर्कर्स ने झज्जर के लघु सचिवालय के सामने ताली और थाली बजाकर जोरदार प्रदर्शन किया. इतना ही नहीं सरकार के विरोध में आशा वर्करों ने गिरफ्तारियां भी दी.
फतेहाबाद में किया रोष जाहिर: फतेहाबाद में भी आशा वर्कर्स ने लघु सचिवालय पहुंचकर गिरफ्तारियां दी है. आशा वर्कर्स द्वारा नौकरी की उम्र बढ़ाने, मासिक मानदेय 26000 रुपए करने, टीए-डीए देने संबंधी मांगों को लेकर किया जा रहा है. बता दें कि इसके अलावा भी कई जिलों में आशा वर्कर्स ने धरना प्रदर्शन किया और गिरफ्तारियां दी है. आशा वर्करों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 8 अक्टूबर को करनाल में बड़ी रैली करके आगामी रणनीति की घोषणा की जाएगी.