नूंहः अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे अतिथि अध्यापकों पर हरियाणा पुलिस द्वारा करनाल में वॉटर कैनन के इस्तेमाल का असर नूंह में देखने को मिला. अतिथि अध्यापकों ने बुधवार को नूंह में न केवल प्रदर्शन किया बल्कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पुतला भी जलाया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए तहसीलदार नूंह कमल के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ज्ञापन भेजा.
गेस्ट टीचरों की मांग
प्रदर्शन कर रहे अतिथि अध्यापकों ने कहा कि गेस्ट टीचरों की सेवाओं को पूर्ण रूप से नियमित किया जाए. उन्होंने कहा कि उनके साथी अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से सीएम सिटी करनाल में आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. अतिथि अध्यापकों ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि अगर उनकी मांगों पर गंभीरता से शीघ्र अति शीघ्र विचार नहीं किया गया तो वो चुनाव का बहिष्कार करेंगे. साथ ही बीजेपी के किसी नेता को वोट मांगने के लिए गांव में उसने तक नहीं दिया जाएगा.
गेस्ट टीचरों का आरोप
आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि पिछले चुनावों के दौरान उनसे उनकी मांगों को पूरा करने का वादा किया था लेकिन आज तक उनकी ये मांगें पूरी नहीं हो पाई है. जिससे नाराज गेस्ट टीचर सड़कों पर उतर आए हैं. गौरतलब है कि अतिथि अध्यापक बीजेपी द्वारा किए गए चुनावी वादों को लगातार किसी न किसी तरीके से याद दिलाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने अतिथि अध्यापकों की मांगों को अभी तक अमलीजामा नहीं पहनाया है.
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BJP को भुगतना पड़ सकता है नुकसान!
गौरतलब है कि हरियाणा में कभी भी विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है. ऐसे में अगर बीजेपी ने नाराज चल रहे गेस्ट टीचर को जल्दी नहीं मनाया तो इसका खामियाजा बीजेपी को विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है. एक तरफ कंप्यूटर टीचर पर लाठीचार्ज की घटना वहीं दूसरी तरफ अतिथि अध्यापकों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल करने को विपक्ष ने मुद्दा बना लिया है. अब देखना होगा कि बीजेपी रूठे हुए अतिथि अध्यापकों को मनाने में कामयाब हो जाती है या फिर विधानसभा चुनाव में अतिथि अध्यापक बीजेपी नेताओं का विरोध जारी रखेंगे.
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