नूंह: हरियाणा के नूंह जिले में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है. सीएलपी उप नेता विधायक आफताब अहमद के कंधों पर हरियाणा में यात्रा का जोरदार स्वागत करना ही नहीं बल्कि अपार भीड़ जुटाना भी एक बड़ी चुनौती है. आफताब अहमद ने इसे लेकर कोशिशें तेज कर दी हैं. ऐसे में बैठकों का (congress meetings in Nuh) दौर भी लगातार जारी है.सीएलपी उपनेता विधायक आफताब अहमद ने पुलिस कप्तान वरुण सिंगला नूंह (Varun Singla SP Nuh) से मुलाकात की
सिंगला से मुलाकात कर आने वाले 21 दिसंबर को राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश कर रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के रूट में तब्दीली लाने के साथ-साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने को लेकर चर्चा हुई. बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर को राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश करेगी. ऐसे में आफताब की जिम्मेदारी डबल हो गई है.
भारत जोड़ो यात्रा को लेकर विधायक आफताब अहमद ने कहा कि आज देश को जोड़ने की आवश्यकता है. इसलिए राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा निकाल रहे हैं. जो पूरी दुनिया में एक रिकॉर्ड है. सीएलपी उपनेता आफताब अहमद ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर को राजस्थान से मुंडका बॉर्डर पर हरियाणा में प्रवेश करेगी.
उस दौरान फ्लैग सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा. मेवात ही नहीं पूरे हरियाणा की आवाम में इस यात्रा को लेकर पूरा उत्साह है. इसको लेकर बैठकों का दौर शुरू हो चुका है. उन्होंने कहा कि 21 दिसंबर को सुबह 6 बजे भारत जोड़ो यात्रा मुंडका बॉर्डर पर प्रवेश कर जाएगी. उसके बाद जगह-जगह सभाएं होंगी और हरियाणा में भारत जोड़ो यात्रा का पहला पड़ाव आकेड़ा गांव के समीप होगा.
उसके बाद आगामी 22 दिसंबर को यात्रा सुबह वहां से चलेगी और गांधीग्राम घासेड़ा में कार्यक्रम होगा. उसके बाद सोहना शहर के आसपास भारत जोड़ो यात्रा का पड़ाव दूसरे दिन होगा. आगामी 23 दिसंबर को सुबह यात्रा सोहना के समीप से चलेगी और उसका अगला पड़ाव धौज गांव होते हुए फरीदाबाद के समीप होगा. कुल मिलाकर जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता भारत जोड़ो यात्रा को लेकर पूरी तरह से संजीदा दिख रहे हैं वहीं स्थानीय विधायक आफताब अहमद भी (congress meetings in Nuh) जी जान से जुट गए हैं.
सीएलपी उपनेता आफताब अहमद हरियाणा के बड़े कांग्रेसी नेताओं में शुमार हैं. इसलिए उन्हें बड़ी जिम्मेदारी संभालनी है. साथ ही साथ नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबियों में भी आफताब अहमद की गिनती होती है. इसलिए अन्य कांग्रेसी नेताओं के मुकाबले आफताब अहमद ने इस यात्रा को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है और दिन रात मेहनत कर रहे हैं.