नूंहः मुसलमानों का त्यौहार ईद-उल-अजहा यानी बकरीद 2020 एक अगस्त को मनाया जाएगा. मुस्लिम समुदाय के लोगों को मंगलवार को बेसब्री से चांद का इंतजार था, लेकिन चांद न दिखने की वजह से अब एक अगस्त को बकरीद का त्यौहार मनाया जाएगा. नूंह में भी बकरीद के त्यौहार के चलते लोगों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है. हालांकि इस बार पहले की तरह बाजारों में रौनक नहीं है.
सभी हिलाल कमेटियों का फैसला
हिलाल कमेटी नूंह के सदर एवं बड़ा मदरसा नूंह के संचालक मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा की ईद उल अजहा का पर्व आगामी 1 अगस्त को मनाया जाएगा. मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा कि 1 अगस्त को चांद की दस तारीख होगी. लिहाजा साफ है कि देश में जितनी भी हिलाल कमेटी दिल्ली ,मुंबई, लखनऊ इत्यादि हैं. उन सभी का फैसला यही है कि आगामी 1 अगस्त को बकरीद का पर्व मनाया जाए.
मुफ्ती की अपील
कोरोना महामारी को देखते हुए बड़ा मदरसा नूंह के संचालक मुफ्ती जाहिद हुसैन ने लोगों से अपील की है. उन्होंने कहा कि जिस तरह ईद उल फितर की नमाज और जुम्मे की नमाज स्वास्थ्य विभाग गाइड लाइन के हिसाब से पढ़ी जा रही है ठीक उसी तरह से बकरीद की नमाज पढ़नी है. उन्होंने कहा कि ईदगाह में बड़ी संख्या में एक साथ नमाज पढ़ने से बचें.
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इन बातों का रखें ध्यान
साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क के साथ प्रशासन के तमाम नियमों का पालन करें. मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा कि इसके अलावा कुर्बानी जो लोग करें वो इस बात का ध्यान रखें कि किसी पड़ोसी को किसी प्रकार की कोई तकलीफ ना हो और इसके अलावा गंदगी ना फैले लिहाजा. ऐसे में कुर्बानी के दौरान बकरा, भेड़, भैंस जिस भी पशु की कुर्बानी करनी है. उसकी गंदगी गड्ढा खोदकर उसमें डाल दें.
फीका पड़ा त्यौहार का रंग
बकरीद को ईद-उल-अजहा और ईद-उल-जुहा भी कहा जाता है. इस त्योहार को मुख्य रूप से कुर्बानी के त्योहार के रूप में मनाया जाता है. हालांकि, कोरोना वायरस के कारण इस बार हर त्यौहार बेहद ही सादगी से मनाया जा रहा है. कोरोना महामारी के कारण बकरीद का त्यौहार भी फीका रहेगा. कुछ राज्यों की सरकार ने तो बकरीद को लेकर गाइडलाइन भी जारी की है.