नूंह: गुरुग्राम-अलवर रोड पर गांव पाठखोरी के पास कंटेनर की टक्कर से मां और उसके दो मासूम बच्चों की मौत हो गई. हादसे में मृतक महिला के पति और उसका एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गये. 6 माह के बच्चे को कोई चोट तक नहीं आई. इसे कुदरत का करिश्मा माना जा रहा है. फिरोजपुर झिरका पुलिस ने वाहन चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक पाठखोरी के रहने वाले फारुख पुत्र इसराइल शनिवार को अपनी ससुराल ओनंदा राजस्थान से मोटरसाइकिल पर अपने चार बच्चों और पत्नी के साथ गांव आ रहा था. जब वह खूनी रोड के नाम से मशहूर गुरुग्राम-अलवर रोड पर पाठ खोरी गांव के लिए क्रॉस कर रहा था तभी अचानक अलवर की तरफ से तेज रफ्तार से आ रहे कंटेनर ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी. जिसमें मोहम्मद साद, ( 9 वर्ष), सादिया (10 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे में उसकी पत्नी जायसा की अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गई.
इस घटना में 40 साल के फारूक और उसके 2 साल के बेटे मोहम्मद हमजा गंभीर रूप से घायल हैं. जबकि 6 माह के बच्चे को खरोच तक नहीं आई. गांव वाले इसे कुदरत का करिश्मा मान रहे हैं. इस हादसे के बाद से इलाके में गम का माहौल है. लोगों का कहना है कि गुड़गांव-अलवर रोड पर आए दिन दर्जनभर मौतें हो रही हैं. सरकार को इसे तुरंत फोरलेन बनाना चाहिए. जिससे आम नागरिको की मौतों को रोका जा सके. गांव पाठखोरी के सरपंच जाकिर हुसैन ने बताया कि उनके गांव के पास पिछले 8 महीने में 2 दर्जन से अधिक मौतें इस सड़क पर हो चुकी है.
नूंह की खूनी सड़क पर हादसे- नूंह जाने वाला दिल्ली-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग 248 खूनी सड़क रूप में कुख्यात हो चुका है. इस खूनी रोड पर आए दिन हादसे होते रहते है. जिसमें कई लोगों ने अपना परिवार खो दिया, तो किसी ने घर का चिराग. कुछ दिन पहले मालब गांव के पास सड़क किनारे खड़े दंपति को एक कंटेनर ने टक्कर मार दी थी. जिससे मौके पर ही दोनों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक वर्षीय बच्चा घायल हो गया. इससे पहले डंपर की चपेट में आने से 2 लोगों की मौत हो गई थी, तो तकरीबन 14 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसके बाद भीड़ ने राजमार्ग को जाम भी कर दिया था. इसके अलावा नांगल मुबारकपुर गांव के पास ट्रैक्टर और बाइक की भिड़ंत में बाइक पर सवार युवक की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी. ये बड़े हादसे इसी साल के शुरूआत में हुए है. इस सड़क के चौड़ीकरण के लिए लोग लगातार प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई.
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