नूंह: एसी से भरे केंटर को लूटकर भाग रहे दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. 1 करोड़ 30 लाख रुपये की कीमत के 260 एसी और केंटर गाड़ी को भी पुलिस ने बरामद कर लिया. पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया. जहां से उन्हें भौंडसी जेल भेज दिया.
लूट की वारदात को पुलिस ने 24 घंटे में सुलझाने में कामयाबी हासिल की है. गिरफ्तार किए बदमाशों की पहचान करतार निवासी बावल जिला रेवाड़ी और जैकम पुत्र स्माईल निवासी कुकरचाटी थाना हथीन के रूप में हुई है.
नूंह डीएसपी ममता खरब ने पत्रकारवार्ता में बताया कि नीमराना (राजस्थान) से छत्तीसगढ़ जा रहा एसी से भरा केंटर 24 मार्च की शाम सात बजे फिरोजपुर झिरका के मदापुर रोड पर पहुंचा. इस केंटर में 260 एसी थे. केंटर चालक रूकमूदीन गांव बघौला ने जब गाड़ी सड़क किनारे लगाई तो बदमाश करतार और जैकम ने हथियार के बल पर केंटर लूट लिया.
चालक के लूट की वारदात के बारे में केंटर मालिक मुबारिक गांव बघौला थाना फिरोजपुर झिरका को बताया. इसके बाद केंटर मालिक ने मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने सूचना पाकर कई जगह नाकाबंदी की. वारदात के अगले दिन 25 मार्च को बदमाश केंटर को अलवर की ओर ले जा रहे थे. लेकिन पुलिस ने सूचना पर मुंडाका बॉर्डर से एसी से भरे केंटर को बरामद करने के साथ दोनों बदमाश को एक देशी कट्टा और कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया.
भौंडसी जेल में बनाई योजना
डीएसपी ममता ने बताया कि आरोपी जैकम का भाई जमशेद और करतार किसी मामले भोंडसी जेल में बंद थे. इसी बीच जैकम का अपने भाई से मिलने जाना हुआ करता था. यहां जैकम और करतार की दोस्ती हो गई. करतार ने जेल से छूटने के बाद जैकम के साथ मिला और 24 मार्च की शाम फिरोजपुर झिरका के मदापुर रोड पर लूट की वारदात को अंजाम दिया. डीएसपी ने बताया कि बदमाश करतार के खिलाफ बावल और झज्जर थाने में भी मुकदमे दर्ज हैं. करतार 14 साल की सजा काटकर दिसंबर 2018 में जेल से बाहर आया था.