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'महेंद्रगढ़ में लिंगानुपात काफी सुधरा, जनवरी से जून तक रहा 935'

महेंद्रगढ़ जिले में लिंगानुपात में सबसे बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं. कन्या भ्रूण हत्या करने वालों के खिलाफ हो रही लगातार कार्रवाई के चलते जिले के लिंगानुपात में काफी सुधार आया है. मई महीने में तो नारनौल का लिंगानुपात 1140 रहा.

लिंगानुपात में आया सुधार
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Published : Jul 29, 2019, 9:51 PM IST

महेंद्रगढ़: आज से पांच साल पहले वर्ष 2014 में जिले का लिंगानुपात 740 था. साल 2015 में पानीपत के मैदान से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देकर कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जंग का ऐलान किया था. प्रधानमंत्री के इस आह्वान के बाद देशभर में लिंगानुपात में सुधार आया.

क्लिक कर देखें वीडियो

महेंद्रगढ़ जिले में तो सबसे अधिक सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं. इसी अभियान का नतीजा है कि इस साल जनवरी से जून तक का जिले का लिंगानुपात 935 है. अगर मई महीने की बात करें तो यह आंकड़ा 1140 है. यानी एक हजार लड़कों के पर 1,140 लड़कियां हैं.

ये जानकारी देते हुए मेडिकल सुप्रिटेंडेंट आशा शर्मा ने बताया कि बीते दिनों मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अभियान को इसी तरह जारी रखने के निर्देश दिए. निदेशक ने जिले में सुधर रहे लिंगानुपात की सराहना की और प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई को जारी रखने के निर्देश दिए.

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिंग जांच में लगे लोगों पर की जा रही सख्त कार्रवाई का ये सुखद परिणाम है.

कब कितना रहा लिंगानुपात?

  • जनवरी में लिंगानुपात 936 रहा
  • फरवरी में 896
  • मार्च में 918
  • अप्रैल में 775
  • मई में 1145
  • जून में 944 रहा है

जिले में लिंगानुपात के संबंध मे मेडिकल सुप्रिटेंडेंट ने बताया कि उपायुक्त जगदीश शर्मा के दिशा-निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग इस बारे में पूरी तरह सजग है. कोई भी व्यक्ति लिंग जांच की गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

महेंद्रगढ़: आज से पांच साल पहले वर्ष 2014 में जिले का लिंगानुपात 740 था. साल 2015 में पानीपत के मैदान से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देकर कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जंग का ऐलान किया था. प्रधानमंत्री के इस आह्वान के बाद देशभर में लिंगानुपात में सुधार आया.

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महेंद्रगढ़ जिले में तो सबसे अधिक सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं. इसी अभियान का नतीजा है कि इस साल जनवरी से जून तक का जिले का लिंगानुपात 935 है. अगर मई महीने की बात करें तो यह आंकड़ा 1140 है. यानी एक हजार लड़कों के पर 1,140 लड़कियां हैं.

ये जानकारी देते हुए मेडिकल सुप्रिटेंडेंट आशा शर्मा ने बताया कि बीते दिनों मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अभियान को इसी तरह जारी रखने के निर्देश दिए. निदेशक ने जिले में सुधर रहे लिंगानुपात की सराहना की और प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई को जारी रखने के निर्देश दिए.

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिंग जांच में लगे लोगों पर की जा रही सख्त कार्रवाई का ये सुखद परिणाम है.

कब कितना रहा लिंगानुपात?

  • जनवरी में लिंगानुपात 936 रहा
  • फरवरी में 896
  • मार्च में 918
  • अप्रैल में 775
  • मई में 1145
  • जून में 944 रहा है

जिले में लिंगानुपात के संबंध मे मेडिकल सुप्रिटेंडेंट ने बताया कि उपायुक्त जगदीश शर्मा के दिशा-निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग इस बारे में पूरी तरह सजग है. कोई भी व्यक्ति लिंग जांच की गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Intro:बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का असर


जिले में जनवरी से जून तक का लिंगानुपात 935 रहा


मई माह का आंकड़ा 1145 पहुंचा


नारनौल, 25 जून। आज से पांच साल पहले वर्ष 2014 में जिले का लिंगानुपात 740 था। वर्ष 2015 में पानीपत के मैदान से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देकर कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जंग का ऐलान किया था। प्रधानमंत्री के इस आह्वान के परिणामस्वरूप देशभर में लिंगानुपात में सुधार आया। महेंद्रगढ़ जिले में तो और भी अधिक सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। इसी अभियान का नतीजा है कि इस वर्ष जनवरी से जून तक का जिले का लिंगानुपात 935 है। अगर मई माह की बात करें तो यह आंकड़ा 1145 है। यानी एक हजार लड़कों के पीछे 1145 लड़कियां हैं। 




Body:यह जानकारी देते हुए मेडिकल सुपरिटेंडेंट आशा शर्मा ने बताया कि विगत दिनों मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डा. राकेश गुप्ता ने विगत दिनों वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पीसी एंड पीएनडीटी कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में जिले में इस अभियान को इसी तरह जारी रखने के निर्देश दिए। निदेशक ने जिला में सुधर रहे लिंगानुपात की सराहना की तथा प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाही को जारी रखने के निर्देश दिए। 

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम व स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिंग जांच में लगे लोगों पर की जा रही सख्त कार्यवाही का यह सुखद परिणाम है। आपको बतादें कि जनवरी में लिंगानुपात 936, फरवरी में 896, मार्च में 918, अप्रैल में 775, मई में 1145 और जून में 944 रहा है। 




Conclusion:जिले में लिंगानुपात के संबंध मे मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि उपायुक्त जगदीश शर्मा के दिशा-निर्देशोंनुसार स्वास्थ्य विभाग इस बारे में पूरी तरह सजग है। कोई भी व्यक्ति लिंग जांच की गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जिले के आम नागरिकों से अपील की यदि कोई व्यक्ति या अस्पताल भ्रूण लिंग जांच की गतिविधि में संलिप्त होता है तो इसकी गुप्त सूचना जिला प्रशासन को दें। उन्होंने बताया कि सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और यदि सूचना सही पाई जाती है तो सूचना देने वाले को एक लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। 
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