महेन्द्रगढ़: एक तरफ जहां देश वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है तो वहीं किसी को एक-एक दाने के लिए तरसना पड़ रहा है. बता दें कि नगर पालिका अटेली मंडी के फोर्थ क्लास कर्मचारियों को तनख्वाह (salary) न मिलने के चलते उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है.
नगर पालिका अटेली मंडी के करीब 25 से ज्यादा सफाई व फोर्थ क्लास कर्मचारी कोरोना काल में भी सफाई व्यवस्था को सुचारू रूप से चला रहे थे, लेकिन आज ये कर्मचारी भूख से लड़ाई लड़ रहे हैं. कारण यह है कि करीब 3 महीने से इन्हें वेतन (salary) नहीं मिला है.
कोरोना काल के समय अटेली नगर पालिका के चेयरमैन जतिन अग्रवाल ने इन्हें कोरोना योद्धा का दर्जा देकर सम्मानित भी कर चुके हैं. लेकिन फिर भी इन कर्मचारियों को तीन महीने से तनख्वाह तक नही मिली है. जिसके कारण वह अपना घर तक नहीं चला पा रहे हैं.
कर्मचारियों का कहना है कि 2014 से पीएफ की कटौती की जा रही है, लेकिन इसका लाभ अभी तक नहीं मिल पाया है. साथ ही हरियाणा सरकार के द्वारा कोरोना काल में मिलने वाला गेहूं व सरसों का तेल भी आज तक इनके पास नहीं पहुंचा है. कर्मचारियों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें जल्द से जल्द पीएफ का पैसा और वेतना दिया जाए.
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कर्मचारियों ने बताया कि जब हमने पालिका प्रधान जतिन अग्रवाल से बात की तो उन्होंने बताया कि डीएमसी की तरफ से इन सभी सफाई कर्मियों की तनख्वाह पास हो चुकी है, एक हफ्ते में सभी की तनख्वाह मिल जाएगी.