महेंद्रगढ़: कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक गति से आगे बढ़ रही है. महेंद्रगढ़ जिले से रोजाना 400 से 500 नए कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. अभी करीब 2 हजार से ज्यादा एक्टिव मरीज हैं. ऐसे में जिन कोरोना मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है उनके परिजन उन्हें लेकर अस्पताल तो पहुंच रहे हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन भी हाथ खड़े करता नजर आ रहा है.
दरअसल, महेंद्रगढ़ के ज्यादातर प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है. जिस वजह से ये अस्पताल नए कोरोना मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं. आलम ये हो चुका है कि अब प्राइवेट अस्पतालों को अपने गेट पर पोस्ट लगाने पड़ रहे हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला जिले के शांति अस्पताल में. जहां ऑक्सीजन बेड खाली नहीं होने की वजह से अस्पताल प्रशासन को गेट पर पोस्टर लगाना पड़ गया.
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पोस्टर पर लिखा है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण हम नए कोरोना मरीजों को दाखिल करने में असमर्थ हैं. इससे होने वाली असुविधा के लिए ऑक्सीजन प्रशासन क्षमा प्रार्थी है. कोशिश की जा रही है. बेड और ऑक्सीजन होने पर दोबारा से मरीजों को दाखिल किया जाएगा.
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वहीं एक दूसरे अस्पताल के संचालक डॉ. विनीत यादव ने बताया कि ऑक्सीजन की लगातार कमी बनी हुई है. जितनी ऑक्सीजन की डिमांड है उतनी मिल नहीं पा रही है. एक सिलेंडर मुश्किल से 40 मिनट या 1 घंटा चलता है. ऐसे में अगर कोई अनहोनी हुई तो उसका जवाब कौन देगा.