कुरुक्षेत्र: 1 फरवरी को रानी रामपाल को 'वर्ल्ड गेम्स ऐथलीट ऑफ द ईयर' घोषित किया गया. इस खबर ने रानी रामपाल के परिवार को दो गुनी खुशी से सराबोर कर दिया. रानी रामपाल को पद्म श्री मिलने पर परिवार पहले से ही जश्न मना रहा था, वहीं इस खबर ने तो पिता के आंखों में खुशी के आंसू छलका दिए.
हॉकी खेलने का जिद्द और जुनून
रानी रामपाल के पिता कहना है कि उन्होंने उनकी बेटी की हॉकी खेलने की जिद्द और जुनून ने आज दुनिया को बता दिया कि उसके मजबूत हौसलों के आगे कोई भी मुश्किल अड़चन पैदा नहीं कर सकती. इन उप्लब्धियों की वजह से आज रानी रामपाल को साई ने हॉकी कोच का पद भी दिया है.
वहीं रानी रामपाल की माता की खुशी का ठिकाना ही नहीं है. उनकी माता का कहना है कि रानी से फिलहाल बात नहीं हो पाई है. वो खेलों की वजह से न्यूजीलैंड में है. रानी की माता ने रानी को दिल से स्पोर्ट करने के लिए देशवासियों का धन्यवाद किया.
पिता को अपना आदर्श मानती हैं रानी रामपाल
रानी रामपाल के पिता रामपाल सिंह उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए रेहड़ा चलाते थे. रानी अपने पिता को अपना आदर्श मानती है. रानी रामपाल अपने पिता के नाम को अपने नाम साथ जोड़ती है. अब रानी रामपाल का ध्यान जुलाई 2020 में जापान के टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों में पदक जीतने पर केंद्रित है. अभी वो न्यूजलैंड में हैं और रोज लगातार अपने मैच में नया किर्तिमान हासिल कर रही हैं.
ये भी पढ़ें- रानी रामपाल को मिला पद्म श्री अवॉर्ड, वो हॉकी स्टिक से सिर्फ खेली ही नहीं लड़ी भी!