कुरुक्षेत्र: कल हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा छठी पातशाही कुरुक्षेत्र में सेवा संभाली गई थी. जिसमें दरबार साहिब के गोलक के ताले तोड़ कर हरियाणा कमेटी ने अपने ताले लगाए थे. जिसके बाद एसजीपीसी ने विरोध दर्ज किया था और इसे बेअबादी कहा था. आज शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने प्रेस वार्ता कर हरियाणा सरकार और हरियाणा कमेटी को चेतावनी भी दी थी कि अगर हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कब्जा करने की कोशिश करेगी तो वो हर लड़ाई लड़ने को तैयार है.
सोमवार को दोनों पक्ष दरबार साहिब में पहुंचे तो टकराव की स्थिति बन गई और हाथापाई हुई. हाथापाई के समय बलजीत सिंह दादूवाल हरियाणा कमेटी के प्रधान महंत कर्मजीत सिंह भी मौजूद थे. बाद में दोनों पक्षों के लोगों को पुलिस ने दरबार साहिब से बाहर निकाला और कुछ लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस अपने साथ ले गई. वहीं, शाम 5 बजे मीटिंग भी बुलाई गई थी जिसमें कई अहम निर्णय लिए जा सकते हैं.
वहीं, अगर बात करें करीब 2 महीने पहले हरियाणा सिखों के पक्ष में कोर्ट के द्वारा फैसला आ गया है, लेकिन उसके बाद भी हरियाणा के गुरुद्वारों में सेवा संभाल एसजीपीसी के द्वारा ही किया जा रहा है. हरियाणा के पक्ष में फैसला आने के बाद भी हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को प्रदेश के गुरुद्वारों की सेवा संभाल की जिम्मेदारी नहीं मिल पाई. जिसके चलते हरियाणा सिख प्रबंधन कमेटी ने रविवार को ही छठी पातशाही कुरूक्षेत्र गुरुद्वारे का गोलक का ताला तोड़कर अपना नया ताला लगाया था और उसकी सूचना मिलते ही एसजीपीसी के सदस्य छठी पातशाही गुरुद्वारा पहुंची और यहां पर हंगामा करने लगे. जिसके चलते दोनों में हाथापाई हो गई.
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