कुरुक्षेत्र: कोरोना संक्रमण के बावजूद इस साल दिसंबर में ब्रह्मसरोवर के तट पर गीता संदेश गूंजने की पूरी संभावना है. हरियाणा की पहचान बन चुका इंटरनेशनल गीता महोत्सव इस साल भी मनाया जाएगा. राजभवन से भी गीता महोत्सव को लेकर लगभग कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड को हरी झंडी मिल चुकी है. चंडीगढ़ राजभवन में हुई केडीबी व प्रशासनिक अधिकारियों की मीटिंग में गीता महोत्सव आयोजित करने का फैसला लिया गया है.
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि गीता महोत्सव को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड किसी न किसी रूप में जरूर मनाया जाएगा. इसके लिए हरियाणा सरकार को पत्र लिखा जा चुका है. इंटरनेशनल स्तर पर बनाई जाने वाली गीता जयंती महोत्सव की श्रृंखला को तोड़ा नहीं जाएगा.
हालांकि इस साल का कोरोना महामारी की वजह से गीता जयंती महोत्सव पहले की तरह भव्यता से मनाया जाए या नहीं इसको लेकर अभी फैसला आना बाकी है, लेकिन ये तो लगभग तय हो चुका है कि अबकी बार उत्सव में कई नए आयाम जोड़े जाएंगे.
भीड़ नहीं ऑनलाइन भी हो सकता है महोत्सव
मिली जानकारी के अनुसार पिछली बार गीता महोत्सव में 18 दिनों में 4 लाख से भी अधिक पर्यटक इस महोत्सव में पहुंचे थे. यदि इस बार भी गीता महोत्सव भव्यता से हुआ तो भीड़ जुटना लाजमी है. कोरोना को देखते हुए भीड़ जुटाने से प्रशासन बचेना चाहेगा. ऐसे में देश दुनिया तक इस उत्सव को ऑनलाइन पहुंचाने की प्लानिंग है, लेकिन कुरुक्षेत्र में संस्कृति आयोजन जरूर होंगे.
राज भवन में मीटिंग में तय हुआ है कि गीता जयंती पर परंपराएं निभाई जाएंगी. कोरोना को देखते हुए कम लोगों के साथ जयंती के दिन दान आदि परंपराएं हो सकेंगी. गौरतलब है कि हर साल सीएम दीप दान के साथ गीता महोत्सव का विधिवत समापन करते हैं.
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